कोलारस - पिछले कार्यकाल में स्वीकृत हुई प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पात्र हितग्राहियों को ना देते हुए अपात्र हितग्राहियों को दिया गया है जिसमें कोलारस नगर के बाहर से आए हुए ग्रामीणों को एवं भू माफियाओं द्वारा खुद की अवैध कालोनियों में बाहरी व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है कोलारस नगर के पात्र हितग्राही आज भी दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और नगर परिषद मुख्य अधिकारी द्वारा स्वीकृत कुटीर रोक दी गई हैं जोकि अपात्र लोगों को दी गई थी तो फिर वह उन्हें सुकृति कैसे दी गई इसकी जांच होना जरूरी है प्रधानमंत्री आवास योजना का कोलारस नगर में घोटाला मध्यप्रदेश में एक नंबर का घोटाला है जिसमें नगर परिषद कर्मचारी पूर्व पार्षद जनप्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री आवास बांट दिए गए इसकी जांच जरूरी है ऐसे ही पिछले कार्यकाल में सिंध जल आवर्धन योजना के तहत घर घर नल जल योजना स्वीकृत की गई थी जो आज तक चालू नहीं हुई और उसी योजना के तहत बनाई गई पानी की टंकियां पूर्ण तरह क्षतिग्रस्त हैं जिसमें एक पानी की टंकी पुरानी नगरपालिका पर बनाई गई थी वह अचानक गिर गई उसकी लीपापोती करके आज दिनांक तक करोड़ों रुपए की योजना चालू नहीं हो पाई और फिर नए कार्यकाल में नल जल योजना को 80 लाख रुपया लगभग मंजूर किया गया है जब पिछले कार्य काल का कार्य पूरा नहीं हुआ तो फिर नई राशि क्यों दी गई आज तक विकास नहीं छल हुआ है नगर वासियों के साथ ऐसे ही पिछले कार्यकाल में नियुक्त किए गए प्राइवेट कर्मचारी नगर परिषद में अपनी मनमानी कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं नगर परिषद में शासकीय कर्मचारियों से काम ना कराते हुए सारी जिम्मेदारियां निजी प्राइवेट आदमियों को दी गई हैं जो नगर वासियों के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हैं और हर कार्य के बदले पैसे की मांग करते हैं मुख्य नगर परिषद अधिकारी द्वारा कुटीर ओ की किस्त रोकी गई हैं ऐसे ही प्राइवेट कर्मचारियों के वेतन क्यों नहीं रुके यह जांच होनी चाहिए और तानाशाही कर रहे प्राइवेट कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए सीएमओ की इमानदारी केवल दिखावा है ईमानदार अधिकारी तो हर कार्य को इमानदारी से ही करता है नगर परिषद कोलारस में कई बिंदु जांच के विषय हैं
कोलारस नगर परिषद में किए गए घोटाले का हिसाब मांगना और दोषियों को दंड दिलवाना हमारा अधिकार है _ विनोद शर्मा - Kolaras
कोलारस - पिछले कार्यकाल में स्वीकृत हुई प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पात्र हितग्राहियों को ना देते हुए अपात्र हितग्राहियों को दिया गया है जिसमें कोलारस नगर के बाहर से आए हुए ग्रामीणों को एवं भू माफियाओं द्वारा खुद की अवैध कालोनियों में बाहरी व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है कोलारस नगर के पात्र हितग्राही आज भी दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और नगर परिषद मुख्य अधिकारी द्वारा स्वीकृत कुटीर रोक दी गई हैं जोकि अपात्र लोगों को दी गई थी तो फिर वह उन्हें सुकृति कैसे दी गई इसकी जांच होना जरूरी है प्रधानमंत्री आवास योजना का कोलारस नगर में घोटाला मध्यप्रदेश में एक नंबर का घोटाला है जिसमें नगर परिषद कर्मचारी पूर्व पार्षद जनप्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री आवास बांट दिए गए इसकी जांच जरूरी है ऐसे ही पिछले कार्यकाल में सिंध जल आवर्धन योजना के तहत घर घर नल जल योजना स्वीकृत की गई थी जो आज तक चालू नहीं हुई और उसी योजना के तहत बनाई गई पानी की टंकियां पूर्ण तरह क्षतिग्रस्त हैं जिसमें एक पानी की टंकी पुरानी नगरपालिका पर बनाई गई थी वह अचानक गिर गई उसकी लीपापोती करके आज दिनांक तक करोड़ों रुपए की योजना चालू नहीं हो पाई और फिर नए कार्यकाल में नल जल योजना को 80 लाख रुपया लगभग मंजूर किया गया है जब पिछले कार्य काल का कार्य पूरा नहीं हुआ तो फिर नई राशि क्यों दी गई आज तक विकास नहीं छल हुआ है नगर वासियों के साथ ऐसे ही पिछले कार्यकाल में नियुक्त किए गए प्राइवेट कर्मचारी नगर परिषद में अपनी मनमानी कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं नगर परिषद में शासकीय कर्मचारियों से काम ना कराते हुए सारी जिम्मेदारियां निजी प्राइवेट आदमियों को दी गई हैं जो नगर वासियों के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हैं और हर कार्य के बदले पैसे की मांग करते हैं मुख्य नगर परिषद अधिकारी द्वारा कुटीर ओ की किस्त रोकी गई हैं ऐसे ही प्राइवेट कर्मचारियों के वेतन क्यों नहीं रुके यह जांच होनी चाहिए और तानाशाही कर रहे प्राइवेट कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए सीएमओ की इमानदारी केवल दिखावा है ईमानदार अधिकारी तो हर कार्य को इमानदारी से ही करता है नगर परिषद कोलारस में कई बिंदु जांच के विषय हैं
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