शिवपुरी - शनिवार को 12 नंबबर को 12 बजकर 12 मिनिट का सभी को इंतजार था आज शिवपुरी में वह इतिहास रच दिया गया हैै। यहां एक साथ एक ही प्रांगण में बैठकर एक ही साथ 11 हजार के स्थान पर 30 हजार लोगों ने सुंदरकाण्ड किया। यह आंकडा हम नहीं बता रहे बल्कि इस विश्वकीर्तिमान को कबर करने आई ओएमजी की टीम ने सर्टिफिकेट जारी करते हुए बताया है। यह आयोजन शिवपुरी के पोलो ग्राउंड में विश्व शांति के कामना कि लिए किया गया।
इस कार्यक्रम के संयोजक विक्रम सिंह रावत और बृजेश सिंह तोमर ने बताया है कि धन्यबाद शिवपुरी। आज शिवपुरी ने आज इतिहास रच दिया है। आज एक ही प्रागंण में 30 हजार लोगों ने सुंदरकाण्ड किया है। आज तक पूरे विश्व में इतनी संख्या में कही भी सुदंरकाण्ड नहीं हुआ। इस आयोजन में सुंदरकांड को पढ़ने वालों की संख्या 11 हजार का टारगेट रखा गया था। इस आयोजन में 16 हजार सुंदरकांड की धार्मिक पुस्तकों की व्यवस्था की गई है। परंतु यहां संख्या उम्मीद से भी कई गुना अधिक निकली और 30 हजार लोगों ने एक ही प्रांगण में सुंदरकाण्ड कर इतिहास में शिवपुरी का नाम दर्ज कराया है।
जानकी सेना संगठन के अनुसार पहली बार एक स्थान पर बैठकर 30 हजार से अधिक लोग सुंदरकांड का पाठ कर हनुमान जी के ज्ञान और शक्ति की स्तुति की । इस कार्यक्रम में रिकार्ड को दर्ज करने के लिए ओ.माय.गोड की टीम कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और इस कीर्तिमान में 30 हजार की संख्या का प्रमाण पत्र जारी किया।
जानकी सेना संगठन अखिल भारतीय 8 साल से चला रही है सुंदरकाण्ड अभियान
विदित हो कि आठ साल पहले शिवपुरी में जानकी सेना संगठन की नींव रखी गई थी। संगठन की शुरूआत 17 सदस्यों से शुरू हुई थी और आज यह संगठन प्रदेश के 9 प्रदेशों के 38 जिलों में तथा भारत के अतिरिक्त पांच अन्य देशों लंदन के साउथ ली अमेरिका के न्यू जर्सी, वियतनाम के हनोई, दुबई, नेपाल के काठमांडू, सीतामढ़ी, जनकपुरी में घर-घर संस्कृति और संस्कारों को पहुंचाने का काम कर रहा है।
आठ साल के सफर में आज यह संगठन इस स्थिती में पहुंच गया है कि एक ही स्थान पर 11 हजार से अधिक लोगों को बैठाकर राष्ट्र मंगल के लिए सुंदरकांड का पाठ करने जा रहा है। हालांकि जानकी सेना संगठन के लोगों का कहना है कि सुंदरकांड में आने वाले सदस्यों की संख्या 16 हजार से अधिक होगी। इसी के चलते उन्होंने आयोजन स्थल पर 16 हजार सुंदकांड के पाठ की पुस्तकें वितरित करने की व्यवस्था की है।
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब पहुंचे
इस आयोजन की एक ओर खास बात है कि यह आयोजन किसी धर्म विशेष की ताकत दर्शाने के लिए आयोजित नहीं किया जा रहा है। इसी के चलते पिछले महीने भर से जानकी संगठन की टीम गांव-गांव जा रही है। लोगों की बैठक करने के साथ-साथ घर-घर जाकर आमंत्रण पत्र वितरित किए थे। इसी क्रम में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी को कार्यक्रम का आमंत्रण विभिन्न माध्यमों से दिया था। कार्यक्रम विश्व शांति के लिए सर्व धर्म संभाव की धारणा पर आयोजित किया गया था। जिसमें हिंदू, मुस्लिम,सिख और ईसाई भी शामिल हुए।