मंडी सचिव शिवकुमार शर्मा की उदासीनता एवं अड़ियल रवैया के चलते मंडी प्रांगण में चारों लगा गंदगी का अंबार
देवेन्द्र शर्मा बदरवास - मध्यप्रदेश शासन स्वच्छता के लिए कितने भी संदेश दे या उपाय करें लेकिन सरकारी विभाग के अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी स्वच्छता को ही पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं।
मामला बदरवास, लुकवासा कृषि उपज मंडी में मंडी सचिव शिवकुमार शर्मा की उदासीनता एवं अड़ियल रवैया के चलते मंडी प्रांगण में लगा गंदगी का अंबार गंदगी के बीच मजबूरन व्यापारियों को करना पड़ती है मंडी की नीलामी गंदगी की बदबू इतनी आती है की कोई भी व्यक्ति 5 मिनट उस गंदगी के पास खड़ा नहीं हो सकता फिर भी व्यापारी मजबूरी में किसानों की फसल खरीदने के लिए नीलामी बोली लगानी पड़ती है गंदगी फैलाते आसपास के कॉलोनी वासी क्योंकि मंडी प्रांगण से सटे इंदिरा कॉलोनी लगी हुई है कॉलोनी वासी सोच के लिए मंडी प्रांगण में ही आते हैं जिससे गंदगी का अंबार लगा रहता है मंडी सचिव इस ओर कभी ध्यान नहीं देते ना ही कोई ऐसी व्यवस्था है जैसे कोई कॉलोनी वासी मंडी प्रांगण में शौच करने से रोका जा सके।
व्यापारियों ने बताया कि मंडी सचिव तो ऑफिस में बैठते हैं उनको हमारी इस पीड़ा से कोई लेना-देना नहीं है हमने कई बार मंडी सचिव से बोला भी है की इस जगहों की सफाई की जाए एवं कोई भी मंडी में गंदगी ना फैलाएं सके इस ओर ध्यान भी निरंतर दिया जाए लेकिन मंडी सचिव हम मेसे किसी भी व्यापारी की सुनने को तैयार नहीं रहते हैं इसलिए हमें मजबूरन उस गंदगी के बीच मंडी नीलामी की बोली लगाने को गंदगी के बीच खड़ा रहना पड़ता है
किसानों का कहना है की बदरवास मंडी प्रांगण में गंदगी इतनी है कि हम जब भी मंडी कराने आते हैं तो भीड़ अधिक होने के चलते हमें 2 या 3 दिन रुकना पड़ता है मंडी में लेकिन जहां जिस जगह हमारे वाहन खड़े होते हैं उन जगहों पर गंदगी इतनी फैली हुई है कि हमें हमारे वहन को उस जगह खड़ा कर कर मंडी के टीनसेट में आकर बैठना पड़ता है क्योंकि गंदगी के कारण हमारे वाहनों पर भी बैठ नहीं सकते हैं।
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