पुलिसवालों के घरवाले रिहा, हिज्बुल कमांडर बोला- हमारे रिश्तेदार भी छोड़ो

J-K: पुलिसकर्मियों के परिजनों के अपहरण के पीछे की कहानी जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की ओर से पिछले 2 दिनों में अगवा किए गए पुलिसकर्मियों के 10 रिश्तेदारों को छोड़ दिया गया है, हालांकि आतंकी संगठन हिज्बुल की ओर से बदले में उसके रिश्तेदारों को छोड़ने की मांग की गई है, कि आतंकियों ने सभी बंधकों को छोड़ दिया है. क्रॉप्ड किए ऑडियो में हिज्बुल आतंकी रियाज नायकू सभी बंधकों को रिहा करने की बात कर रहा है. हालांकि ऑडियो के जरिए उसने धमकी देते हुए कहा कि अगले 3 दिन में उसके सभी रिश्तेदारों को छोड़ दिया जाए वरना इसका परिणाम भुगतने को तैयार रहें.इससे पहले शुक्रवार करीब शाम 5 बजे 10 में से 3 बंधकों को छोड़ा गया था. शुरुआत में छोड़े गए 3 बंधकों में से एक कुलगाम में डिप्टी एसपी के भाई भी शामिल हैं. उनकी पहचान गौहर अहमद मलिक के रूप में की गई. इसके अलावा छोड़े गए 2 अन्य बंधक हैं समीर अहमद और मोहम्मद शफी मीर समीर अहमद को आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर में छोड़ा. जबकि नमन पुलवामा के मोहम्मद शफी मीर को आतंकियों ने सुरक्षित छोड़ दिया.इससे पहले अगवा किए गए एएसआई बशीर अहमद के बेटे यासिर अहमद की सकुशल वापसी के लिए उसके परिजनों ने गुहार लगाई जिसे आतंकियों ने सुन लिया और सकुशल छोड़ दिया। 6 आतंकियों ने यासिर को अगवा कर लिया था.शुक्रवार तक आतंकियों ने करीब 10 लोगों को अगवा किया, ये सभी पुलिसकर्मियों के परिजन हैं. जिन 10 लोगों को अगवा किया गया था, उनमें पुलिसवालों के बेटे-भाई शामिल हैं. पुलिस ने सभी को ढूंढ़ने के लिए एक बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया है। बता दें कि पिछले 24 घंटे में कुल नौ लोगों को अगवा किया गया है. जबकि पिछले दो दिनों में ये दसवां किडनैप था।

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