हरीश भार्गव - शीलकुमार यादव मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया कमलनाथ अपनी टीम का विस्तार मंगलवार की दोपहर 3 बजे कैविनेट यानि मंत्री मण्डल को शपथ ग्रहण कराने के साथ ही बुधवार से नई कैविनेट यानि कि नई सरकार काम काज में जुट जायेगी। प्रथम ंमंत्री मण्डल गठन में कुछ पदो को खाली रखा जा सकता है। जिसकी पूर्ति विधानसभा सत्र सम्पन्न होने के बाद असंतुष्ट या नाराज विधायको को मंत्री मण्डल में स्थान दिया जा सकता है। 25 तारीख मंगलवार को कुछ मंत्रीयो को कैविनेट तो कुछ को स्वतंत्र प्रभार या राज्यमंत्री के रूप में विधायको को शपथ दिलाई जा सकती है। शिवपुरी जिले की हम बात करें तो यहां से दिग्विजय सिंह कोटे से के.पी. सिंह पिछोर विधायक को मंत्री मण्डल में शामिल किया जा सकता है। जबकि सिंधिया कोटे से शिवपुरी से महेन्द्र यादव पूर्व कोलारस विधायक के अलावा जिले के कुछ अन्य नेताओ को अगले माह जनवरी में निगम मण्डल अध्यक्ष यानि कि राज्य मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। कांग्रेस के सूत्रो की माने तो जिले के टॉप 5 कांग्रेस के सिंधिया समर्थन नेताओ में चुनाव हारने के बाद भी अपना स्थान वरकरार रखने में महेन्द्र यादव सफल रहे है। इसी का लाभ उन्हे राज्य मंत्री का दर्जा यानि निगम मण्डल अध्यक्ष का पद दिला सकता है। जिसका गठन अगले माह जनवरी में शीत कालीन विधानसभा सत्र के आस पास किसी भी समय किये जाने की संभावना है। सिंधिया कोटे से अशोकनगर, ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, श्योपुर, दतिया से एक - एक विधायक को मंत्री मण्डल में स्थान मिलने की संभावनाये बनी हुई है जबकि शिवपुरी एवं गुना में सिंधिया समर्थक विधायको के स्थान पर पूर्व विधायको अथवा सिंधिया समर्थक नेताओ को निगम मण्डल में शामिल किये जाने की संभावना नजर आ रही है। वहीं कोलारस के निर्वाचित विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी विधानसभा के शीत कालीन सत्र प्रारंभ होने की तारीख 7 जनवरी को सभी विधायको के साथ दूसरी बार विधायक पद की शपथ लेगे। इससे पूर्व 16 माह शिवपुरी में सफलता पूर्वक विधायकी का कार्यकाल पूर्ण करने के बाद वीरेन्द्र रघुवंशी आगामी पांच वर्षो के लिए कोलारस से विधायक पद की शपथ 7 जनवरी को लेगे।
सिंधिया के सहयोग से 16 माह एवं विरोध के बाद 5 वर्ष के लिए शपथ लेगे रघुवंशी
कोलारस विधानसभा क्षेत्र के जुझारू विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी मूल रूप से कोलारस विधानसभा क्षेत्र के ही निवासी है। वह शिवपुरी में अपना व्यापार एवं निवास करने के साथ समाज सेवा के बाद राजनीति में आकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के इतने करीब आ गये कि उन्हे शिवपुरी विधानसभा सीट खाली होने पर जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश सरकार के विरोध के बाद शिवपुरी विधानसभा सीट से उप चुनाव जिता कर 16 माह के लिए विधायक बनाया उसके बाद वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीब आ गये और जिला पंचायत में आदिवासी महिला जूली आदिवासी को जिला पंचायत अध्यक्ष बना कर वीरेन्द्र रघुवंशी जिले की टॉप 1 नेताओ की श्रेणी में आकर सिंधिया के करीबी नेताओ में अपना स्थान बना चुके थे उसके बाद पिछले विधानसभा चुनाव में यशोधरा राजे सिंधिया से चुनाव हारने के बाद वह भाजपा के सदस्य बने और उन्हे आम चुनाव में भाजपा ने कोलारस से उम्मीदवार बना कर चुनाव मैदान में उतारा जिसमें सिंधिया द्वारा चुनाव के दौरान 3 सभायें करने के बाद भी वीरेन्द्र रघुवंशी कोलारस से विधायक के रूप में निर्वाचित हुये। यानि कि पहले सिंधिया के सहयोग से 16 माह के लिए रघुवंशी विधायक बने फिर सिंधिया के विरोध करने पर 5 वर्ष के लिए कोलारस से विधायक निर्वाचित हुये। जिसकी शपथ रघुवंशी 7 जनवरी को प्रदेश के सभी विधायको के साथ विधानसभा भवन में एक साथ लेगेेेेेेेे। भाजपा समर्थक एक नेता का यहां तक कहना है कि लोकसभा चुनावो के बाद प्रदेश में भाजपा की पुन: गठबंधन की सरकार बनेगी जिसमें वीरेन्द्र रघुवंशी को मंत्री मण्डल में शामिल किया जा सकता है।
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