पाकिस्तान की संसद में हुई भारत की एयर स्ट्राइक की आलोचना

पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (फोटो- इंडिया टूडे)
पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र में शुक्रवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें पाकिस्तान में भारत की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को आक्रमण बताते हुए उसकी कड़ी निंदा की गई.
यह प्रस्ताव पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पेश किया जिसमें उन्होंने शुरूआत में यह घोषणा की थी कि वह सुषमा स्वराज को इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक में शरीक होने का न्यौता दिए जाने के चलते इस सम्मेलन से दूर रहेंगे.
गौरतलब है कि भारत के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर मंगलवार सुबह बम गिराया था. इस कार्रवाई में काफी संख्या में जैश के आतंकवादी, प्रशिक्षक, टॉप कमांडर और संगठन के जिहादियों का सफाया हो गया था.
भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकाने को नष्ट करने और भारी संख्या में जिहादियों के मारे जाने के भारत के दावे को संसद ने झूठा करार दिया . कुरैशी ने प्रस्ताव में कहा है कि भारत का झूठ जमीनी तथ्य के दावे से स्पष्ट रूप से विरोधाभासी है और ऐसा स्वतंत्र पर्यवेक्षकों ने भी कहा है.
प्रस्ताव में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि पाकिस्तानी वायुसेना की समय पर की गई प्रभावी कार्रवाई ने भारतीय हमले का सामना किया और इसमें  किसी प्रकार के जान माल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
पाकिस्तान ने अपने प्रस्ताव में यह आरोप भी लगाया गया है कि 26 और 27 फरवरी को भारत की गैर जिम्मेदाराना और लापरवाह कार्रवाइयों ने दक्षिण एशिया में शांति एवं स्थिरता को भंग किया है.
पाकिस्तानी संसद में पेश प्रस्ताव में 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद हो गये थे इस घटना की जिम्मेदारी पाक स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. इस घटना के बाद प्रस्ताव में भारत की सहायता के लिए पाकिस्तान की पेशकश को याद दिलाया गया.
इस प्रस्ताव में भारत के आक्रमण का प्रभावी ढंग से और मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पाकिस्तान के संकल्प को दोहराया. पाक रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने सभी विवादों के हल के लिए भारत को शुक्रवार को वार्ता की पेशकश की.
संसद के संयुक्त सत्र में खट्टक ने इस आरोप को खारिज कर दिया कि पाकिस्तान पुलवामा हमले में किसी भी तरह से भी शामिल था. उन्होंने कहा, पाकिस्तान पुलवामा घटना के पीछे नहीं था. उन्होने इस हमले के लिए पाकिस्तान पर आरोप लगाना सदी का सबसे बड़ा झूठ करार दिया है.
खट्टक ने आगे कहा कि पाकिस्तान एक शांति प्रिय देश है और क्षेत्रीय शांति एवं समृद्धि के लिए वह भारत के साथ संघर्ष के पक्ष में नहीं है.
इसके आलावे पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने चेतावनी दी कि यदि भारत ने फिर से आक्रमण का रास्ता चुना तो हमारा जवाब ऐसा होगा कि इतिहास याद रखेगा. उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर मुद्दा का हल होने तक भारत के साथ शांति संभव नहीं है.
दरअसल, भारत ये हमेशा से कहता आ रहा है कि आतंकवाद और वार्ता साथ - साथ नहीं चल सकती. कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान तनाव दूर करने के लिए वार्ता को तैयार है

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