कोलारस- कोलारस विधानसभा मुख्यालय में महाविद्यालय राई रोड के पास स्थित जय शिव क्लीनिक जिसमें अबैध रूप से नर्सिंग हॉम, मेडिकल स्टोर तथा बाजार में प्रतिबंधित दवाओ के जखीरे के साथ प्रशासन की टीम ने वर्षो से चल रही जय शिव क्लीनिक को शील्ड करने की हिम्मत जुटाते हुये मंगलवार को कार्यवाही को अंजाम दिया। प्रशासनिक टीम में राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही को अंजाम दिया गया। आप को बतादे कि कोलारस परगने में अबैध रूप से कई सैंकडा झाोलछाप डॉक्टर मरीजो से इलाज के नाम पर जान के सथ खिलवाड कर रहे है। जिन पर प्रशासन की मेहरवानी यह बताने के लिए काफी है। कि प्रशासन भी उन झोलाछाप डॉक्टरो से हर माह अबैध बसूली में संलिप्त है। मंगलवार को प्रशासन द्वारा मजबूरी में की गई कार्यवाही के बाद कोलारस ही नही बल्कि जिलेभर के झोलाछाप चिकित्सको में हडकम्प मचा हुआ है।
कोलारस के महाविद्यालय के पास गुंजारी नदी के डूब क्षेत्र में शासकीय भूमि पर अबैध रूप से भवन खडा कर अबैध नर्सिंग हॉम के साथ अबैध मेडिकल स्टोर सहित बाजार में प्रतिबंधित दवाओ के भण्डार को कोलारस तहसीलदार डॉ. मधुलिका सिंह तोमर, नायब तहसीलदार पूजा यादव, बीएमओ अल्का त्रिवेदी, आरआई, पटवारी सहित राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार की दोपहर 12:45 बजे एकाएक छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया जिसमें क्लीनिक संचालक, नर्सिंग हॉम स्टाफ सहित उपचार करा रहे मरीजो को प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर नर्सिंग हॉम पर एकाएक कार्यवाही को अंजाम दिया गया। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियो के आदेश पर नर्सिंग हॉम को चारो तरफ से शील्ड किया गया। क्लीनिक पर मौजूद लोगो ने बताया कि नर्सिंग हॉम के अंदर सीबीसी मशीन, बीपी पल्स मॉनिटर के अलावा एमआरो द्वारा सैम्पिल की दवाओ को जो कि बाजार में बिचने के लिए प्रतिबंधित होती है उन दवाओ से इलाज करते हुये मरीजो से पैसे लेकर अबैध कार्य करने बाले नर्सिंग हॉम संचालक पर कार्यवाही को अंजाम दिया। आपको बता दे कि उक्त व्यक्ति द्वारा काफी दिनो से अबैध नर्सिंग हॉम को कोलारस में एक भाजपा विधायक के इशारे पर अबैध रूप से संचालित किया जा रहा था। जिसके चलते प्रशासन कार्यवाही करने में डरता था समय काल सरकार बदली और जैसे तैसे प्रशासन ने उक्त नर्सिंग हॉम को शील्ड करने की हिम्मत जुटाई देखना है कि प्रशासन उक्त नर्सिंग हॉम पर इमानदारी से कार्यवाही करता है अथवा पूर्व की तरह अन्य झाोलाछापो की दुकाने शील्ड करने के बाद शील बंद लिफाफा लेकन यानि कि चांदी के जूते खाकर दुकाने खोल दी गई थी। क्या कार्यवाही इमानदारी से होगी या नही यह देखने बाली बात है। किन्तु इतना अवश्य तय है कि उक्त नर्सिंग हॉम बिना पंजीयन तथा बिना लाईसेंस के संचालित मेडिकल स्टोर को प्रशासनिक अमला कार्यवाही की जद में लेता है यह देखने बाली बात होगी। कोलारस नगर के अलावा लुकवासा, बदरवास, खतौरा, रन्नौद, खरई सहित परगने के करीब 300 स्थानो पर अबैध रूप से झोलाछाप डॉक्टर दुकाने खोलकर मरीजो की जान से खिलवाड प्रशासनिक सह पर कर रहे है।
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