सरकार की घोषणा रददी की टोकरी में बिना सूचना काटी कोलारस में 6 घण्टे बिद्युत

कोलारस- मध्य प्रदेश सरकार के आदेश प्रशासनिक अधिकारियो द्वारा मानने की जगह उन्हे रददी की टोकरी में डाले जा रहे है जिसका जीता जागता उदाहरण रविवार की सुबह विधानसभा मुख्यालय कोलारस में देखने को मिला जहां बिना किसी पूर्व सूचना के सुबह 7ः30 बजे से दोपहर 1ः30 बजे तक कोलारस नगर एवं आस-पास की विद्युत सप्लाई बंद रही। सुबह के समय विद्युत की सप्लाई बंद होने के कारण नगर में पीने के पानी की व्यवस्था बुरी तरह फैल हो गई जिसके बाद जब लोगो ने जानकारी लेने के लिए विद्युत मण्डल के अधिकरी एवं कर्मचारियो से सम्पर्क करना चाहा तो न तो कार्यालय में कोई जबाव देने बाला मिला और न ही किसी ने फोन पर ठीक से जानकारी तक नही दी जिसके चलते कोलारस नगर के लोग यही कहते मिले की इससे वेहतर तो पूर्व की भाजपा सरकार थी जिसके कार्यकाल में विद्युत कटोती देखने को भी नही मिली।
लोकसभा चुनाव के सम्पन्न होते ही विधुत विभाग के अधिकारियो के द्वारा विधुत कटौती का सिलसिला समय समय पर जारी है नगर मे रविवार को 6 घण्टे ब्लैक आउट रहा जिससे सारा जनजीवन अस्त व्यस्त रहा सुबह 7 बजे से ही पूरे नगर की बत्ती गुल हो जिससे नगर वासियो को काफी परेशानियों का सामना उठाना पड़ा लाइट न आने के कारण लोग विधुत मंडल के चक्कर काटते हुए ओर विधुत कर्मचारियो से  फोन पर चर्चा करते हुए दिखाई दिए विधुत विभाग की मनमानी से उपभोक्ता काफी परेशान हो रहे है कोलारस नगर मे गर्मियो मे तो बिजली की भारी त्राहि त्राहि देखी गई वही अब बारिश के मौसम मे लोगो को विधुत संकट झेलना पड़ रहा है एक ओर प्रदेश सरकार मे भरपूर बिजली आपूर्ति देने का वादा करती है लेकिन वही धरातल पर इसके बिल्कुल उल्टे परिणाम देखे जा रहे है
विधुत सप्लाई सुबह से बंद होने से लोग जल संकट से जूझते नजर आए नगर मे एक दिन छोड़कर नल आते है जिनका टर्न रविवार को था वो विधुत न आने से परेशान होते ओर विधुत कर्मचारियो को फोन लगाते ओर उन्हे कोंसते नजर आए
विधुत सप्लाई बंद होने से दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा आलोक गुप्ता का कहना था कि सुबह से लाइट आने के कारण सारी आइसक्रीम पिघल गई कभी भी विधुत कटौती कर ली जाती है जिससे हजारों का नुकसान उठाना पड़ता है वही रिंकू राठौर का कहना है कि
लाइट अपनी मनमर्जी के चली जाती है लाइट का लुकझुक होना तो चलता ही रहता है
विभाग द्वारा कटौती का कोई निश्चित समय न होने के कारण विभाग अपनी मनमर्जी से कटौती मे जुटा हुआ है लाइट की बार बार कटौती कर्मचारियो की लापरवाही को दर्शाता है सुरेंद्र दांगी का कहना हैं कि जब बिल पर लिखे न. पर फोन लगाया जाता हैं तो य तो काल नही उठता अगर उठ भी जाए तो संतोषजनक जवाव नही मिलता।


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