
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। राज्य का इंदौर शहर कोरोना का केंद्र बन चुका है, इसके चलते शहर को तीन दिनों तक पूरे तरीके से लॉकडाउन कर दिया गया है। इंदौर में सभी प्रकार की दुकानों को बंद कर दिया गया है, साथ ही प्रशासन ने कहा है कि वह हर जरूरी सामान को लोगों के घरों तक पहुंचाएगा।
वही, राज्य के उज्जैन में तीन दिन पहले एक 38 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई थी, जिसके नमूनों को जांच के लिए लिया गया था। सोमवार को उस व्यक्ति की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है।
दूसरी ओर, इंदौर में 41 वर्षीय पुरुष के सोमवार तड़के दम तोड़ने के बाद राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की मौत की तादाद बढ़कर चार हो गई है। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि शहर की राजकुमार कॉलोनी में रहने वाले 41 वर्षीय पुरुष ने मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय में आखिरी सांस ली।
वही, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सोमवार को कहा कि इंदौर में हालात जल्द ही काबू में आ जाएंगे। मध्यपद्रेश में सोमवार तक कोरोना वायरस के कुल 47 मरीज पाए गए हैं जिनमें से केवल इंदौर में ही 27 मरीज पाए गए हैं।
उज्जैन में मरने वाले व्यक्ति को लेकर उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनुसुइया गवली ने पीटीआई को बताया कि हमें सोमवार सुबह इंदौर स्थित शासकीय महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज की लैब से एक रिपोर्ट मिली कि 38 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना वायरस संक्रमण था।
27 मार्च की रात उस आदमी की मौत हो गई थी। उसे गंभीर हालत में उज्जैन के माधव नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया और एक घंटे के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। गवली ने कहा कि डॉक्टरों के अनुसार, व्यक्ति को उच्च रक्तचाप था और उसने अस्पताल में भर्ती के दौरान सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत थी। पहली नजर में, वह एक हृदय रोगी की तरह लग रहा था।
वही, इंदौर में हुई व्यक्ति की मौत को लेकर बताया गया है कि इस मरीज को 23 मार्च को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 26 मार्च आई जांच रिपोर्ट में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था।
अधिकारी ने बताया कि मरीज को निजी अस्पताल से रविवार शाम सरकारी क्षेत्र के एमआरटीबी चिकित्सालय भेज दिया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। वह मधुमेह से भी पीड़ित था। प्रशासन ने एमआरटीबी चिकित्सालय को विशेष रूप से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित किया है।
दूसरी ओर, इंदौर में 41 वर्षीय पुरुष के सोमवार तड़के दम तोड़ने के बाद राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की मौत की तादाद बढ़कर चार हो गई है। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि शहर की राजकुमार कॉलोनी में रहने वाले 41 वर्षीय पुरुष ने मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय में आखिरी सांस ली।
वही, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सोमवार को कहा कि इंदौर में हालात जल्द ही काबू में आ जाएंगे। मध्यपद्रेश में सोमवार तक कोरोना वायरस के कुल 47 मरीज पाए गए हैं जिनमें से केवल इंदौर में ही 27 मरीज पाए गए हैं।
उज्जैन में मरने वाले व्यक्ति को लेकर उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनुसुइया गवली ने पीटीआई को बताया कि हमें सोमवार सुबह इंदौर स्थित शासकीय महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज की लैब से एक रिपोर्ट मिली कि 38 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना वायरस संक्रमण था।
27 मार्च की रात उस आदमी की मौत हो गई थी। उसे गंभीर हालत में उज्जैन के माधव नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया और एक घंटे के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। गवली ने कहा कि डॉक्टरों के अनुसार, व्यक्ति को उच्च रक्तचाप था और उसने अस्पताल में भर्ती के दौरान सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत थी। पहली नजर में, वह एक हृदय रोगी की तरह लग रहा था।
वही, इंदौर में हुई व्यक्ति की मौत को लेकर बताया गया है कि इस मरीज को 23 मार्च को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 26 मार्च आई जांच रिपोर्ट में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था।
अधिकारी ने बताया कि मरीज को निजी अस्पताल से रविवार शाम सरकारी क्षेत्र के एमआरटीबी चिकित्सालय भेज दिया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। वह मधुमेह से भी पीड़ित था। प्रशासन ने एमआरटीबी चिकित्सालय को विशेष रूप से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित किया है।