ग्रीन जॉन में आने के बाद भी ई-पास को लेकर जनता परेशान


- कैंसर पीड़ितों को भी ई-पास जारी नहीं कर रहा शिवपुरी का प्रशासन

- ग्रीन जॉन में आने के बाद भी ई-पास को लेकर जनता परेशान

- कलेक्ट्रेट में जुट रही है परेशान लोगों की भीड़

- कोलारस विधायक ने ई-पास जारी करने वाले डिप्टी कलेक्टर को हटाने की मांग की

कोलारस - ग्रीन जॉन में आने के बाद भी शिवपुरी में जिला प्रशासन द्वारा बाहरी क्षेत्रों व अन्य प्रदेशों में फंसे और गंभीर मरीजों को इलाज के लिए ई-पास बनाने में आनाकानी की जा रही है। शिवपुरी कलेक्टर कार्यालय में हालत यह है कि यहां पर कैंसर पीड़ित मरीजों को भी ई- पास नहीं बनाए जा रहे। कलेक्टर कार्यालय में ई-पास बनवाने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुट रहे हैं और यहां पदस्थ डिप्टी कलेक्टर अंकुर गुप्ता की कार्यप्रणाली के कारण लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। ई-पास को लेकर परेशान हो रहे लोगों की दिक्कतों को देखते हुए कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने तो शिवपुरी कलेक्टर अनुग्रहा पी से डिप्टी कलेक्टर अंकुर गुप्ता से ई-पास जारी करने का प्रभार हटाने की मांग करते हुए किसी वरिष्ठ अधिकारी को इसका का कार्य सौंपने की मांग की है।
विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के अलावा परेशान अन्य लोगों ने भी कलेक्टर अनुग्रह पी से मांग की है कि ई-पास जारी करने की व्यवस्था में सुधार किया जाए और यहां पर किसी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में ई-पास की व्यवस्था की जाए।

कैंसर पीड़ित को भी जारी नहीं किया ई-पास- 

कलेक्टर कार्यालय में आए ठकुरपुरा निवासी त्रिलोक सिंह यादव ने बताया कि उनके बड़े भाई को कैंसर है और उन्हें ग्वालियर में सिकाई कराने के लिए जाना है लेकिन दो बार आवेदन करने के बाद भी उन्हें ई-पास जारी नहीं किया जा रहा। तीन दिन से वह कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। इसी तरह बंटी राठौर ने बताया कि उनके साले का 11 साल का बालक शिवपुरी में फंस गया है और उसे ललितपुर जाना है। एक महीने से वह यहां शिवपुरी में है लेकिन ललितपुर जाने के लिए ई-पास नहीं बनाया जा रहा। 
इसी तरह महिला उमा ने बताया कि उनकी भाभी शिवपुरी में फंस गई है और उन्हें अपनी भाभी को लहार छोड़ने के लिए जाना है लेकिन ई-पास नहीं बनाया जा रहा है। अधिकारियों ने जानबूझकर उनका आवेदन तीन बार रिजेक्ट कर दिया है। 
एक विकलांग कृष्णा योगी ने बताया कि उनकी गर्भवती पत्नी ग्वालियर में मायके में फ़ंस गई है और डिलीवरी पीरियड है। वह अपनी पत्नी के पास ग्वालियर जाना चाहता है लेकिन उसे ई- पास जारी नहीं किया जा रहा है।

जानबूझकर तमाम खामियां बताकर आवेदन किए जा रहे हैं रिजेक्ट- 

इसी तरह सैकड़ों लोग प्रतिदिन कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यहां पर ही ई-पास जारी करने के लिए डिप्टी कलेक्टर अंकुर गुप्ता को जिम्मेदारी दी गई है लेकिन पूर्व में जैसा एसडीएम कार्यालय में जो चल रहा था वैसा ही हाल इस कार्यालय का है। यहां ई-पास जारी करने में आनाकानी की जाती है। आवेदनों में तमाम खामियां बताकर उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता है जबकि ग्रीन जॉन से ग्रीन जॉन जाने और ऑरेंज जॉन जाने में केंद्र व राज्य सरकार ने साफ तौर पर गाइडलाइन जारी कर दी है जिसमें कोई दिक्कत नहीं है। फिर भी आवेदनों में खामियां निकालकर उन्हें रिजेक्ट किया जा रहा है।

कोलारस विधायक की मांग किसी समझदार वरिष्ठ अधिकारी को सौंपी जाए ई-पास जारी करने की व्यवस्था -

कोलारस से भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने ई-पास जारी करने के लिए पदस्थ डिप्टी कलेक्टर अंकुर गुप्ता को हटाने की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं कलेक्टर से मिलकर ई-पास जारी करने की व्यवस्था में सुधार की मांग की है। विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने बताया कि यहां पर हमारी सरकार मजदूर और ग्रामीणों को बाहर से बसों के जरिए शिवपुरी लाने का प्रयास कर रही है। ऐसे में ग्रीन जॉन से ग्रीन जॉन और ऑरेंज जॉन से आने-जाने की व्यवस्था के लिए ई-पास जारी करने में अधिकारी आनाकानी कर रहे हैं। उन्होंने कलेक्टर से इस व्यवस्था में सुधार की मांग की है। इसके अलावा परेशान लोगों ने कलेक्टर अनुग्रहा पी से मांग की है कि ई पास जारी करने की व्यवस्था को सुधारा जाए।

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