नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करेगा मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री चौहान, वर्ष 2022 तक 10 हजार मेगावॉट उत्पादन का लक्ष्य

Image may contain: 2 people, people on stage, text that says "हमारे पास दूसरी তসা Energy Swaraj oundation चेतन एनर्जी सिंह सोलंकी और एनर्जी स्वराज स्वराज फाउंडेशन द्वारा आयोजित यात्रा यात्रा 2020 2030 यात्रा शुभारंभ समारोह मुख्य अतिथि श्री. शिवराज सिंह चौहान माननीय मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश एनर्जी स्वराज फाउंडेशन तथा ऊर्जा विकास निगम, 26 नवंबर 2020 मिन्टो हॉल, भोपाल, मध्यप्रदेश शासन समन्वित प्रयास आइये हम सब मिलकर एनजी स्वराज आंदोलन भागीदारबने Energy Swaraj Foundation Energy Locals or Targets achieved 2030 hands-ontrzining hodtwich"

नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करेगा मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री चौहान

वर्ष 2022 तक 10 हजार मेगावॉट उत्पादन का लक्ष्य


सौर ऊर्जा के लिए प्रो. चेतन होंगे मध्यप्रदेश के ब्रॉण्ड एम्बेसडर

भोपाल से रवाना हुई एनर्जी स्वराज यात्रा मुख्यमंत्री ने कहा कि बिगड़ते पर्यावरण से समाज के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया है। सौर ऊर्जा सहित अक्षय ऊर्जा के अन्य साधनों का उपयोग हमें इस खतरे से बचा सकता है। मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करके दिखायेगा। वर्ष 2010 में मध्यप्रदेश में नवीन और नवकरणीय ऊर्जा विभाग बनाया गया। वर्ष 2012 में 400 मेगावॉट के सौर ऊर्जा उत्पादन के बाद वर्तमान में नवकरणीय ऊर्जा से 5000 मेगावॉट उत्पादन तक हम पहुँच चुके हैं। वर्ष 2022 तक 10 हजार मेगावॉट उत्पादन का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री  चौहान आज मिन्टो हाल सभाकक्ष में एनर्जी स्वराज यात्रा प्रारंभ होने के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

प्रो. चेतन सोलंकी मध्यप्रदेश का हीरा

मुख्यमंत्री चौहान ने आई.आई.टी. मुम्बई के पूर्व छात्र प्रो. चेतन सोलंकी द्वारा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में किये गये नवाचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश ऐसा प्रदेश है जहाँ हीरे निकलते हैं। प्रो. चेतन किसी हीरे से कम नहीं हैं। आज जब निरंतर पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और ऊर्जा के वैकल्पिक साधनों के प्रचार-प्रसार और उपयोग की अत्यधिक आवश्यकता है, तब प्रो. चेतन ने एनर्जी स्वराज यात्रा की पहल कर अत्यन्त सराहनीय कार्य किया है। इसके लिये उन्होंने एनर्जी स्वराज फाउण्डेशन स्थापित किया है। मध्यप्रदेश शासन इसे पूरा सहयोग करेगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सौर ऊर्जा को अधिक से अधिक लोकप्रिय बनाने के प्रयास किये जायेंगे। मध्यप्रदेश के युवा प्रो. चेतन सोलंकी जन-जागृति के लिये परिवार से दूर रहकर 11 वर्ष की एनर्जी स्वराज यात्रा पर निकले हैं। उनका इस राष्ट्र कल्याण के महत्वपूर्ण कार्य के लिये अभिनन्दन करते हुए उन्हें मध्यप्रदेश का ब्रॉण्ड एम्बेसडर बनाया जा रहा है। प्रो. चेतन सोलंकी के प्रयासों में हमें भागीदार बनना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि सोलर एनर्जी प्योर, श्योर और सेक्योर है। इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं है। प्रत्येक नागरिक को प्रो. सोलंकी का हृदय से अभिनन्दन करना चाहिये।


मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह विचारणीय है कि हम कैसी धरती चाहते हैं। मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा के उपयोग की शुरूआत नीमच में 135 मेगावाट के संयंत्र से हुई। बाद में रीवा में 750-750 मेगावॉट के संयंत्र शुरू हुए। इसे निरन्तर बढ़ाया जायेगा। अनेक जिलों में सौर ऊर्जा परियोजनाओं का क्रियान्वयन होगा। सस्ती बिजली का लाभ नागरिकों को पाप्त होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में पानी पर सोलर पैनल बिछाने का कार्य करवाया है। मध्यप्रदेश में ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर प्लाट पैनल स्थापित होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सौर ऊर्जा का उपयोग घरों तक बढ़ाया जायेगा। चौहान ने प्रो. सोलंकी द्वारा विकसित ऐसे घर को उपयोगी बताते हुए इसे बिजली पर दी जाने वाली करोड़ों रुपये की सब्सिडी की बचत का माध्यम भी बताया।


एनर्जी स्वराज यात्रा का उद्देश्य

प्रो. चेतन सोलंकी खरगोन जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने गत 20 वर्ष से सौर ऊर्जा पर नवाचार और शोध कार्य किया है। उन्हें आई.ई.ई.ई. संस्था ने 10 हजार डॉलर का एवार्ड दिया है। इसके साथ ही उन्हें प्राइम मिनिस्टर एवार्ड फॉर इनोवेशन दिया जा चुका है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उनके कार्य को इसलिये भी सम्मान प्राप्त है क्योंकि उन्होंने "ऊर्जा स्वराज" शब्द गढ़ा है। आज प्रारंभ ऊर्जा स्वराज यात्रा दिसम्बर 2030 तक चलेगी। इसका उद्देश्य जन-जन को सौर ऊर्जा के उपयोग और उसके महत्व से अवगत करवाना है। ऊर्जा स्वराज आन्दोलन जलवायु परिवर्तन की दिशा में लोगों को सचेत करते हुए सौर ऊर्जा को एक समाधान के रूप में अपनाने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है।


प्रारंभ में मुख्यमंत्री चौहान ने मिन्टो हॉल परिसर में सोलर एनर्जी हाउस का अवलोकन किया और प्रो. चेतन सोलंकी से इसकी कार्य पद्धति की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम के पश्चात एनर्जी स्वराज यात्रा का वाहन रवाना किया। उन्होंने प्रतीक स्वरूप इस वाहन में मिन्टो हॉल से राजभवन तिराहे तक प्रो. चेतन सोलंकी के साथ यात्रा भी की।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रो. चेतन सोलंकी की टीम और परिजन को भी बधाई दी। कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्कृत विश्वविद्यालय के डॉ. कालिका प्रसाद शुक्ल और उनके साथियों ने सूर्य मंत्र का समूह गान किया।


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