अब कोरोना के बीच शादी विवाह की जंग में उतरेगी जनता, सोमवार को देव दिपावली के साथ डेढ माह के लिये त्यौहारों पर ब्रेक
कोलारस - देव उठनी एकादशी के साथ वैष्णव-सनातन धर्मलम्बी हिन्दु समाज में शादी विवाह का क्रम चालू हो गया है। जोकि भढयानवमी तक रूक रूक कर आगामी सात माह तक शादी विवाह का क्रम कोरोना वायरस के बीच जारी रहेगा। इस बीच लोगो को स्वयं एवं परिवार का बचाव करने के लिये शादी विवाह की जंग में भोजन, फोटो, डांस, सैल्फी के साथ वर-बधू सभी से बचकर रहना होगा। क्योंकि कोरोना से बचाव के तीन मंत्र है। जिनमें बार-बार हाथ धोना, दो गज की दूरी बनाकर रखना, सभी को अनिवार्य रूप से माक्स का उपयोग करना इसके साथ साथ सबसे अहम मंत्र यह है। कि हम स्वयं एवं परिवार को बचाने के लिये सभी से दूरी बनाकर रखे तभी कोरोना के साथ-साथ ठंड में हार्ड की समस्या से बच पायेंगे बरना कोरोना वायरस एवं ठंड मिलकर हार्ड एवं सांस की समस्या सामने लाकर लोगो के सामने बहुत बड़ी समस्या पैदा कर सकते है।
सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के साथ वनारस में देव दिपावली मनाई जायेंगी। देव दिपावली के साथ पुरूषोत्तम मास, नवरात्रि, कार्तिक मास को मिलाकर करीब ढाई माह से चल रहे महिलाओं के व्रत उपवास एवं सुबह के स्नान पर्व का सोमवार को समापन होगा।कार्तिक पूर्णिमा देव दिपावली के साथ करीब पांच माह से चले आ रहे त्यौहारों पर भी आगामी डेढ माह यानि की मकर संक्रान्ति पर्व तक वैष्णव सम्प्रदाय का कोई बड़ा त्यौहार नहीं पडेगा। मकर संक्रान्ति से हरिद्वार में करीब तीन माह तक कोरोना के बीच कुम्भ स्नान का पर्व चलेगा। जिसमें लोगो को अपने आपको कोरोना से बचाते हुये कुम्भ में स्नान करके पुन्य फल प्राप्त करने का अवसर मकर संक्रान्ति से प्रारम्भ होगा।