पुलिस वैन से भागा कैदी, कुछ समय पर पुलिस किया गिरफ्तार

पुलिस वैन से भागा कैदी, कुछ समय पर पुलिस किया गिरफ्तार 

शिवपुरी - गुरूवार को दोपहर आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में बंद एक कैदी राहुल सोनी पुत्र हरीकरण निवासी पुरानी शिवपुरी हाथ में लगी हथकड़ी को निकालकर जेल बैन से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। आरोपी को पुलिस बल चैकअप के लिए जेल से अस्पताल लेकर आ रहा थी। घटना के बाद पुलिस और जेल प्रशासन के हाथ पैर फूल गए और उसे पकडने के लिए पुलिस सक्रिय हो गई। लंबी मसक्कत के बाद पुलिस ने फिर से इस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे जिला जेल से तीन कैदी राहुल सोनीए सोनू ओझा और राकेश योगी को चैकअप के लिए जेल बैन से अस्पताल लाया जा रहा था। बताया जाता है कि राहुल आम्र्स एक्ट के मामले में बंद था। जबकि सोनू ओझा हत्या और हरिजन एक्ट वहीं राकेश योगी डकैती के मामले में जेल में बंद था। जेलर अतुल सिंह का कहना है कि तीनों कैदी गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। जिन्हें चैकअप के लिए अस्पताल भेजा गया था और पुलिस से हमने बल मांगा था। जेल प्रशासन द्वारा पुलिस बल मांगने के बाद दोपहर के समय पुलिस लाईन से हैड कॉस्टेबल मुरारीलाल गोयलए पंकज वर्माए कॉस्टेबल मोहित चर्तुवेदीए हरिओम यादवए लोकेंद्र रावत और महिला कॉस्टेबल अंजली राजपूत पहुंची और जेल बैन में तीनों कैदी राहुल सोनीए सोनू ओझा और राकेश योगी को बैठाकर अस्पताल के लिए रवाना हुए। बताया जाता है कि रास्ते में आर्म्स एक्ट के मामले में बंद कैदी राहुल सोनी ने अपने हाथ में लगी हथकड़ी को निकाल लिया और चलती बैन का दरवाजा खोलकर वहां से भाग गया। भागते समय कैदी की चप्पले सड़क पर ही छूट गईं। कैदी के बैन से भागने के बाद पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया। लेकिन वह उनके हाथ नहीं आया और वह पुलिस की पहुंच से दूर निकल गया। घटना के बाद पुलिसकर्मियों के हाथ पैर फूल गए और उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को कैदी के फरार होने की जानकारी दी। पुलिस की उपस्थिति में हुई इस घटना से पुलिस विभाग की लापरवाही उजागर हुई है और घटना के कारण विभाग में हड़कम्पपूर्ण स्थिति बनी हुई है। पुलिस फरार कैदी की तलाश में जुट गई। इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल जिला चिकित्सालय पहुंचे। जहां ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मीयों की जमकर क्लास ली। इस मामले में एसपी के इनबॉल्व होते ही पूुलिस चकिरघिन्नी हुई। यह युवक जेल से अपने साथी हलवाई से बात करता था। जिसपर से पुलिस ने उक्त हलवाई के नंबर की लोकेशन ली और जब उससे संपर्क किया तो समाने आया कि उसे कुछ देर पहले ही फरार आरोपी ने एक नंबर से फोन लगाया था। जब उस नंबर की जांच की तो समाने आया कि वह नंबर गुरूद्धारा पर एक नाई का है। जिस दुकान पर यह आया और सेविंग कराने के बाद नाई की दुकान से ही कॉल किया था। उसके बाद पुलिस उसके पीछे लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

संपर्क फ़ॉर्म