इन सितारों ने महसूस नहीं होने दी सिनेमाघर की कमी, एक के बढ़कर एक किरदारों से किया हैरान

 इन सितारों ने महसूस नहीं होने दी सिनेमाघर की कमी, एक के बढ़कर एक किरदारों से किया हैरान  

'मैं मरूंगा तो बुलेट से मरूंगा, बीपी या शूगर से नहीं'

अमिताभ बच्चन की फिल्म बुढ्ढा होगा तेरा बाप साल 2011 में आई थी। इस फिल्म में उनके साथ एक्टर सोनू सूद और प्रकाश राज जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में थे। ये डायलॉग अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया था। इस फिल्म का निर्देशन पुरी जगन्नाध ने किया था। 

बॉलीवुड कलाकार और उनकी फिल्में आम लोगों की जिंदगी का एक बहुत ही खास हिस्सा हैं। जब भी किसी पसंदीदा अभिनेता की फिल्म सिनेमाहॉल में लगती थी तो दर्शक उसे देखने जरूर जाते थे। लेकिन साल 2020 में जब कोरोनावायरस ने दस्तक दी तो सिनेमाहॉल में भी ताले लग गए। इस महामारी से सभी को सुरक्षित रखने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया। जिससे उद्योग जगत में गहरा असर पड़ा। इसका बहुत बड़ा असर सिनेमाहॉल में भी देखने के मिला। जिन्हें कोरोना काल में लोगों की सुरक्षा को मद्देनजर बंद कर दिया गया था। हालांकि एक-एक करके अब सभी चीजें वापस से खुल रही हैं। लेकिन कोरोना महामारी के चलते पिछले एक साल से थिएटर्स अपनी पूरी क्षमता पर नहीं खुल पाए हैं।


ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सितारो ने किया मनोरंजन


सिनेमा हॉल बंद हुए हुए तो दर्शक कुछ समय तक अपने पसंदीदा सितारों की फिल्में बड़े परदे पर नहीं देख पाए। लेकिन वक्त के साथ जनता और कलाकारों ने एक-दूसरे के साथ जुड़े रहने का रास्ता खोज निकाला, जो है ओटीटी प्लेटफॉर्म्स। जनता को भी मनोरंजन का दूसरा साधन मिल गया। पिछले एक साल में सिनेमाघरों में भले ही कम फिल्में रिलीज हुईं हो, लेकिन ये कहना बिलकुल सही नहीं होगा कि पिछले एक साल में अच्छे कंटेंट नहीं आए। कई सितारों ने ओटीटी पर ऐसा कंटेंट दिया कि जनता सिनेमाघर बंद होने के गम को भूल गई। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कई ऐसी फिल्मे रिलीज हुई हैं जिन्होंने दर्शकों को खूब मनोरंजन किया और महीने बीत जाने के बाद भी दर्शकों ने इन फिल्मों और सितारो को याद रखा। आज हम अपने इस आर्टिकल में उन कलाकारों के बारे में आपको बता रहें हैं, जिन्होंने एक साल में ओटीटी प्लेफॉर्म पर आकर अपने दर्शको को जबरदस्त कंटेंट दिया।

अक्षय कुमार

अक्षय कुमार को बॉलीवुड का खिलाड़ी यूं ही नहीं कहा जाता, उनकी फिल्म आए और बिना धमाका किए गायब हो जाए ऐसा तो मुमकिन नहीं है। जब सभी बड़े सितारे अपनी फिल्मों की रिलीज के लिए कोरोना के बाद सिनेमाहॉल खुलने का इंतजार कर रहे थे तो उस दौरान अक्षय कुमार ने एक बड़ा जोखिम उठाया। उनकी फिल्म 'लक्ष्मी' बनकर तैयार थी। लेकिन थिएटर बंद होने की वजह से बड़े परदे पर उसे रिलीज नहीं किया जा सका। ऐसे में अक्की ने भी अपने दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए दूसरा रास्ता खोज निकाला और अपनी फिल्म 'लक्ष्मी' को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया।

थलपति विजय


एक अभिनेता की सफलता की असली पहचान होते हैं उनके प्रशंसक। जो कई महीनों पहले से ही अपने पसंदीदा सितारे की फिल्म के प्रमोशन में जुट जाते हैं और ऐसा ही है साउथ के अभिनेता थलपति विजय के साथ भी। उनकी फिल्म 'मास्टर' पिछले साल रिलीज होने वाली थी। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से फिल्म रिलीज नहीं हो पाई। वो अपने प्रशंसकों के लिए फिल्म से पहले एक महल खड़ा करना चाहते थे, लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं हुआ। विजय ने अपने प्रशंसकों को ये भरोसा दिलाया कि उनकी फिल्म जब भी रिलीज  बड़े परदे पर ही होगी। उन्होंने अपना ये वादा निभाया। 13 जनवरी, 2021 को सीमित क्षमता के साथ खुले हुए सिनेमाघरों में फिल्म को रिलीज किया गया। उनकी फिल्म 'मास्टर' साल की पहली बड़ी रिलीज थी। भले ही 50 % सिनेमाघर खुले हों, फिर भी उनकी फिल्म को ज्यादा घाटा नहीं हुआ।

समांथा अक्किनेनी

'द फैमिली मैन' के दूसरे सीजन को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। लोग इस सीरीज को जबरदस्त प्यार दे रहे हैं। इस सीरीज का यूं तो हर किरदार लोकप्रिय है। लेकिन दर्शकों की जुबां पर अगर सबसे अधिक किसी का नाम है तो वो है राजी यानि की समांथा अक्किनेनी का, जो इस शो में विलेन बनी हैं। द फैमिली मैन के दूसरे भाग में वो बहुत ही उम्दा फाइटर है और बागी ग्रुप से ताल्लुक रखती हैं। उनका मनोज बाजपेयी से सामना होता है, जिसके बाद इनके बीच मुकाबला होता है।

जयदीप अहलावत

15 मई 2020 को रिलीज हुई सीरीज 'पाताल लोक' दर्शकों को बहुत पसंद आई थी। जिसमें जयदीप अहलावत ने हाथीराम की भूमिका निभाई थी। अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन में बनी इस सीरीज ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। इसे वैराइटी मैगजीन ने 2020 के बेस्ट इंटरनेशनल शोज में से एक बताया। इसे फिल्मफेयर ओटीटी अवॉर्ड्स की आठ श्रेणियों में नॉमिनेशन मिला, जिसमें से इस शो ने 5 पुरस्कार जीते। जयदीप अहलावत को उनके प्रदर्शन के लिए खूब वाहावाही मिली।

प्रतीक गांधी

सबसे बड़ा स्कैम करने वाले हर्षद मेहता की जिंदगी पर आधारित सीरीज 'स्कैम 1992' में प्रतीक गांधी ने हर्षद मेहता का किरदार निभाया था। उन्होंने इस भूमिका को जितनी शिद्दत से निभाया, उन्हें दर्शकों का भी उतना ही प्यार मिला। उनके चलने, बोलने और हंसने के स्टाइल से लोग इतना प्रभावित हुए कि उनमें ही हर्षद मेहता को ढूंढने लगे। 'स्कैम' ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया। 

मनोज बाजपेयी

मनोज बाजपेयी बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन कलाकारों में शुमार हैं। वो जो भी करते हैं वो दर्शकों के दिल को भा जाता है। मनोज बाजपेयी फिल्मों के साथ-साथ शॉर्ट फिल्म और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी हमेशा सक्रिय रहे हैं। उनकी सीरीज 'भोंसले' से उन्होंने दर्शकों का दिल जीता। इस फिल्म को कई फिल्म फेस्टिवल्स में रिलीज किया गया था लेकिन साल 2021 मनोज बाजपेयी के लिए बहुत ही शानदार साबित हुआ। इस साल उन्होंने एक के बाद एक सुपरहिट प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी पहली डाक्यूमेंट्री फिल्म थी नीरज पांडे की ‘सीक्रेट्स ऑफ सिनौली।' उसके बाद आई ‘साइलेंस कैन यू हियर इट।' इन दोनों ही सीरीज में उन्हें प्रशंसकों और दर्शकों का जबरदस्त प्यार मिला। लेकिन फिर आई उनकी तीसरी और रिकॉर्ड तोड़ सीरीज 'द फैमिली मैन।' जिसे रिलीज हुए काफी समय हो चुका है, लेकिन लोग अभी भी उनकी तारीफ करते नहीं थक रहें। उन्होंने श्रीकांत का किरदार निभाया है, जिसके दर्शक फैन हो गए हैं। 

साउथ सिनेमा के बड़े सितारो में शुमार धनुष ने फिल्म 'रांझणा' में अपने प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीत लिया था। एक स्टूडेंट से लेकर, गैंगस्टर बनने और रॉउडी डांस करने तक धनुष अपना हर रूप अपने प्रशंसकों को दिखा चुके हैं। खास बात ये है कि दर्शक उन्हें हर रूप में पसंद करते हैं। साल 2021 में उनकी दो फिल्में आईं। पहली ‘कर्णन’ और दूसरी ‘जगमे थंडीरम’। सीधे तौर पर कहा जाए तो दर्शकों के लिए ये पूरी तरह से मसाला फिल्में हैं।

सलमान खान

फिल्म 'राधे' को भले ही रिलीज होने के बाद आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। लेकिन सलमान खान की फिल्म जैसी भी हो, उनके प्रशंसक अपने भाईजान से कितना प्यार करते हैं वो उसका प्रमाण दे दी देते हैं। सलमान खान ये फिल्म परदे पर रिलीज करना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और मजबूरन उन्हें फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करना पड़ा। जब फिल्म रिलीज हुई तो जी ने इस बात का खुलासा किया कि उनके प्लेटफॉर्म पर इतना ट्राफिक आया कि उनका प्लेटफॉर्म ही क्रैश हो गया। हालांकि ये फिल्म दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आई।

धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले ही यश जौहर ने साल 1998 अपने बेटे करण जौहर को फिल्म निर्देशक बनाया फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ से। शाहरुख खान, काजोल व रानी मुखर्जी की इस फिल्म ने करण जौहर को एक कामयाब निर्देशक के तौर पर हिंदी सिनेमा में स्थापित कर दिया। अपने पिता की याद में बने यश जौहर फाउंडेशन के बारे में करण कहते हैं, ‘मेरे  पिता की याद में बना ये फाउंडेशन उनकी विरासत को आगे ले जाएगा। ये फाउंडेशन स्थापित करने में मुझे गर्व की भी अनुभूति हो रही है। इसका उद्देश्य भारतीय फिल्म जगत के लोगों का जीवन स्तर सुधारना होगा।’


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