आज देश भर में मनाई जाऐगा शिवरात्रि महापर्व, कोलारस के राई रामेश्वर देश के प्राचीनतम् मंदिरों में शामिल दर्शन करने से मिलता है विशेष फल

कोलारस - मंगलवार 1 मार्च को देश भर में भगवान भोले नाथ को मनाने का महापर्व मनाया जायेगा इस दिन, दिन के समय भगवान भोले नाथ का अभिषेक एवं पूजन अर्चन भक्तगण शिव मंदिरों में जाकर शिवलिंग की पूजा अर्चना के साथ करते है तथा राशि के समय शिव मंदिरों पर भजन कीर्तन किये जाते है सभी देवों में सबसे कम पूजन सामाग्री के साथ सबसे जल्दी भगवान भोले नाथ प्रसन्न होते है कोलारस सहित आस पास के भक्तगण कोलारस के राई रामेश्वर स्थित भगवान भोले नाथ का अभिषेक एवं पूजन अर्चन करते है जिले ही नहीं बल्कि देश भर के सबसे प्राचीन मंदिरों में राई रामेश्वर मंदिर शामिल है शिव रात्रि के दिन अभिषेक, दर्शन, कीर्तन करने का फल वर्ष भर की पूजा करने के समान प्राप्त होता है।  

एक दिन के पूजन से सम्पूर्ण वर्ष पूजन करने का फल प्राप्त होता है, 

महाशिवरात्रि पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं

01 मार्च 2022रविवार को महाशिवरात्रि पर्व है आज के दिन भोले बाबा का अभिषेक  पूजन ब्रह्मा जी एवं भगवान विष्णु ने किया था  उस समय भोले बाबा ने यह वचन कहें थे कि जो भी इस दिन मेरा अभिषेक पूजन करेगा उसे सम्पूर्ण वर्ष की  शिव पूजा का फल प्राप्त होगा यह व्रत शिवरात्रि व्रत के नाम से जाना जाएगा मात्र एक दिन पूजन करने से पूरे साल की पूजा का फल मिल जाता हे अध्याय 9 श्लोक 13 विंध्येश्वर संहिता शिवपुराण में लिखा हे ।

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का अलग ही महत्व है। इस दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिव भक्त विशेष उपाय और पूजा करते हैं। इस बार महाशिवरात्रि का ये पावन पर्व 1 मार्च 2022 को है हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह हुआ था, जिसे हर साल महाशिवरात्रि के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन शिवजी के भक्त श्रद्धा और विश्वास के साथ व्रत रखते हैं और विधि-विधान से उनकी आराधना करते हैं। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ पृथ्वी पर मौजूद सभी शिवलिंग में विराजमान होते हैं। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन की गई शिव की उपासना से कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है।

महाशिवरात्रि 1 मार्च को सुबह 3:16 से 2 मार्च को सुबह 10:00 बजे तक रहेगी। वहीं पूजा-अर्चना के लिए पहला मुहूर्त सुबह 11:47 से 12:34 तक और शाम 6:21 से रात्रि 9:27 तक है। इन मुहूर्त के अनपरूप आप कभी भी भगवान शिव की उपासना कर सकते हैं।



एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

संपर्क फ़ॉर्म