कोलारस के बदरवास में करीब 12 बजे अचानक हुये विस्फोट की भयानक घटना घटित हुई पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आरोपी मोहम्मद हुसैन उर्फ बब्लू निवासी बदरवास के द्वारा अपने निजी मकान में अवैध रूप से विस्फोटक पदार्थ रख कर पटाखें का निर्माण कार्य कर रहा था जिससे विस्फोट होने पर मृतक तब्बसुम व उमेरा खान की मृत्यु हो गई तथा करीब एक दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये आरोपी के खिलाफ पुलिस ने 304, 286, 308 आईपीसी एवं विस्फोटक अधिनियम की धारा 9 ख के तहत दण्डनीय पाया जाने से अपराध पंजीबद्ध कर पुलिस ने विवेचना में ले किया बता दे कि मृतकों में तब्बसुम पत्नि इमरान खान उम्र 25 साल निवासी स्टेट बैंक के पीछे बदरवास तथा उमेरा पुत्री इमरान खान उम्र 11 साल का घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई आरोपी अपने ही घर में विस्फोटक पदार्थो का उपयोग कर रहा था विस्फोट से आग लगने से इमरान खान पुत्र पप्पू मंसूरी उम्र करीब दो साल, रूवीना पत्नि बब्लू मंसूरी उम्र 45 साल, फेमीना पत्नि मोहम्मद सफीक खान उम्र 45 साल, रंजीता पत्नि नवल जाटव उम्र 32 साल, खुशी पुत्री मोहम्मद रफीक उम्र 28 साल, वेवी पुत्री इमरान खान उम्र 25 साल, फरहान पुत्र साहिद खान उम्र 08 साल, शिवम पुत्र नवल जाटव, मोहिदा पत्नि मोहम्मद रफीक उम्र 45 साल, ओवेश पुत्र इमरान खान उम्र 06 साल, आग से जलने के कारण घायल हो गये तथा तब्बसुम पत्नि इमरान उम्र 45 साल, उमेरा पुत्री इमरान खान उम्र 11 साल की मौके पर ही मृत्यु हो गई तथा उपचार के दौरान कल्ला पुत्र नवल जाटव की मृत्यु हो गई।
बदरवास नगर में लगातार होती घटनाओं के लिये आतिशबाजी बनाने वाले के बराबर जिम्मेदार प्रशासन भी है
कोलारस - कोलारस परगने के अंतर्गत आने वाले बदरवास तहसील मुख्यालय जहां नगर के बीचों बीच आतिशवाजी में विस्फोट की करीब आधा दर्जन घटनाऐं हो चुकी है मंगलवार की दोपहर जिस परिवार के दो सदस्य एवं एक मजूदर की मौत हुई है उसी परिवार के सदस्य एवं रिस्तेदार पूर्व में हुये विस्फोटों में अपनी जान गवा चुके है मंगलवार को बदरवास में हुई घटना यह एक तहसील स्तर की घटना मात्र नहीं है यह एक प्रदेश स्तर की घटना है जिसके बाद जिले के अधिकारियों से लेकर राजनैतिक दलों के लोग घटना स्थल पर अवश्य पहुंचे किन्तु घटना के बाद सब भूल जाते है और इस तरह की घटनाऐं बार - बार जन्म लेती है ऐसी घटनाओ पर रोक लगाने के लिये हमारे नेताओं को आगे आकर कदम उठाने की आवश्यकता है जिसमें शहरी क्षेत्र में लाईसेंस जारी करने वाले से लेकर देख रेख करने वालों पर भी कार्यवाही होनी चाहिये जिससे बदरवास सहित जिले एवं प्रदेश में इस तरह की घटनाऐं पुनः होने पर एक सार्थक कदम होगा यदि आतिशवाजी के लाईसेंस धारी पर कार्यवाही कर के विराम लगा दिया तो इस तरह की घटनाऐं आगे भी होती रहेगी और आज तीन आने वाले समय में तीस लोग तक घटना का शिकार हो सकते है मंगलवार को हुई घटना के बाद आतिशवाजी बनाने वाले के दो परिजनों सहित एक मजदूर की मौत हो चुकी थी घायलों में कई की हालत गम्भीर बनी हुई है इससे लगता है मृतकों की संख्या बड़ी भी सकती है हमारा जनप्रतिनिधियों से यहीं कहना है कि एफआईआर में लाईसेंस जारी करने वाले एवं देख रेख करने वाले भी शामिल हो जिससे रिहायसी क्षेत्र में बारूद बनाने के लाईसेंस जारी न हो सकें जिससे इस प्रकार की घटना होने से रूका जा सकें।
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