सीहोर - जिले के विशेष न्यायाधीश मनीष लोवंशी की अदालत ने कक्षा सातवीं पढ़ने वाली नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले आरोपी को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मामला करीब ढाई साल पुराना है।
विशेष लोक अभियोजक पंकज रघुवंशी ने बताया कि 14 वर्षीय नाबालिग ने 4 सितंबर 2019 को पुलिस से शिकायत की थी। उसने बताया था कि एक दिन पहले यानी 3 सितंबर की रात करीब 8 बजे जब वह शौच के लिए घर के पीछे बने शौचालय में जा रही थी तभी वहां घात लगाकर छोटेलाल पिता दयाराम गौड़ बैठा था। वो मुझे जबरदस्ती एक खेत में ले गया। उस खेत में वो रखवाली करता था। वहीं बनी एक टपरी में उसने मुझसे दुष्कर्म किया था। नाबालिग ने बताया कि जब उसने इसका विरोध किया तो छोटेलाल ने लकड़ी से मारपीट की। इससे उसके पैर, पीठ में चोट भी आई। साथ ही किसी को बताने पर जान से मार देने की धमकी भी दी और वहां से भाग गया।
पीड़िता ने घर पहुंचकर परिजनों को सारा घटनाक्रम बताया। परिवार वालों ने अगले दिन थाने में शिकायत दर्ज की। थाना रेहटी ने मामले की जांच कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में प्रकरण प्रस्तुत कर दिया। विशेष न्यायाधीश मनीष लोवंशी बुधनी के न्यायालय ने मामले की सुनवाई की और आरोपी को दोषी करार दिया। कोर्ट ने छोटेलाल गौड़ को उक्त सजा से दंडित किया।
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