हरीश भार्गव, रोहित वैष्णव बैरागी, राजेन्द्र धाकड़, दिनेश गुप्ता कोलारस - मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ओबीसी आरक्षण को लेकर न्यायालय में दायर की गई याचिका के निर्णय आने के साथ ही मध्यप्रदेश में वर्षा से पूर्व नगर निकाय एवं पंचायत चुनावों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्माना प्रारम्भ हो गया जहां देखों वहां केवल और केवल चुनाव की चर्चाऐं ही सुनाई देंगी न्यायालय के निर्णय आने के साथ कोरोना वायरस पर प्रदेश में लगाम लगने के साथ प्रदेश सरकार पर चुनाव को लटकाने का कोई विशेष विकल्प नजर नहीं आता उम्मीद है जून माह में नगर निकाय तथा उसके साथ या बाद में पंचायतों के चुनाव हो सकते है।
कोलारस में नगर परिषद के चुनाव में जहां कांग्रेस से वर्तमान में कुछेक नाम ही दिखाई दे रहे है जबकि सत्ताधारी भाजपा में एक दर्जन उम्मीदवारों के नाम अध्यक्ष पद के लिये सवर्ण वर्ग एवं पिछड़ा वर्ग से दिखाई दे रहे है जहां भाजपा से विपिन खैमरिया, आलोक विंदल, रविन्द्र शिवहरे, धर्मेन्द्र जैन, रामजीलाल धाकड़, गोलू गुढ़ा वाले, गोलू व्यास, किशन यादव, मंगल कुशवाह, राम सडैया, बलवीर निवौरिया, डॉ. राजेश भार्गव कैथवाले, रोहित गर्ग उकावल वाले वहीं कांग्रेस की हम बात करें तो कांग्रेस से ब्लॉक अध्यक्ष अशोक शर्मा गुरूजी, गोपाल गुढ़ा वाले, दीपक शिवहरे, महिला कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा पूर्व मंडी डारेक्टर धनुआ सैन के नाम कांग्रेस से अध्यक्ष पद के लिये दिखाई दे रहे है जबकि बसपा से अभी तक कोई सक्रिय नाम निकलकर सामने नहीं आया है।
नगर निकाय यानि की नगर परिषद का चुनाव कब होंगें इसको लेकर तस्वीर अभी साफ नही है चुनाव के साथ-साथ अध्यक्ष का चुनाव किस प्रकार यानि की जनता द्वारा होगा या पार्षदों द्वारा इसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्माया हुआ है साथ ही अध्यक्ष एवं पार्षद के चुनाव के लिये नया आरक्षण होगा अथवा पुराना इसको लेकर भी मध्यप्रदेश निर्वाचन आयोग के आदेश की कॉपी मिलने के बाद ही तस्वीर साफ होगी किन्तु न्यायालय के फैसले के बाद प्रदेश से लेकर कोलारस एवं बदरवास में अध्यक्ष एवं पार्षद पद के उम्मीदवारों द्वारा जनसम्पर्क करने के साथ - साथ मतदाताओं के बीच पहुंचना एवं पैर छीना प्रारम्भ अवश्य कर दिया है कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष का आरक्षण की तस्वीर अभी साफ नहीं है किन्तु अध्यक्ष पद के लिये संभावित उम्मीदवारों द्वारा चुनाव की तैयारियां प्रारम्भ कर दी है।
विपिन खैमरिया - कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष का पद यदि अनारक्षित रहता है तो विपिन खैमरिया का नाम भाजपा से अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे दिखाई दे रहा है यदि अनारक्षित महिला होता है तो इनकी पत्नि उम्मीदवार हो सकती है भाजपा के संगठन से लेकर विधायक, सांसद यहां तक की सिंधिया गुट का भी समर्थन विपिन खैमरिया को अध्यक्ष पद के लिये टिकिट मांगने से लेकर चुनाव में मिलता हुआ प्रारम्भिक आंकलन में दिखाई दे रहा है।
आलोक विंदल- कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष का पद यदि अनारक्षित रहता है तो अध्यक्ष पद की रेस में दूसरा नाम आलोक विंदल का दिखाई दे रहा है आलोक विंदल को मिलनसार छवि के साथ - साथ शिवपुरी विधायक का भी टिकिट की रेस में समर्थन मिल सकता है कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष के साथ - साथ जनपद क्षेत्र में भी आलोक विंदल दखल रखते है भाजपा से टिकिट की रेस में आलोक विंदल का नाम भी चर्चाओं में बना हुआ है।
रविन्द्र शिवहरे - कोलारस नगर परिषद पर लगातार तीन बार से काविज रविन्द्र शिवहरे इस बार भी कोलारस में अध्यक्ष पद से लेकर समिति बनाने में अपनी पूरी ताकत जौक देंगे इनके लिये आरक्षण कोई मायने नहीं रखता आरक्षण किसी भी वर्ग के लिये हो यह अभी तक कांग्र्रेस से टिकिट लेकर खरे सावित हुये है और इस बार भी भाजपा से टिकिट की जुगाड़ में जुटे हुये है इस बार कांग्रेस की जगह इनके लिये नया दल भाजपा है और इन्हीं के गुट सिंधिया समर्थक भी इनको संगठन की राजनिति से दूर रखने में कामयाव हुआ है और नगर परिषद की राजनिति से भी इन्हीं के गुट के लोग इन्हें इस बार नगर परिषद की राजनिति से दूर रखने की कोशिश में जुटे हुये है।
रामजीलाल धाकड़ - भाजपा के हरपन मोला नेता के रूप में पहचान बनाने वाले विछड़ा वर्ग से भाजपा के नेता के रूप में रामजीलाल धाकड़ का नाम कोलारस नगर परिषद की राजनिति में निकलकर सामने आ रहा है कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष का पद पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित होता है और सिंधिया गुट के नेता रविन्द्र शिवहरे के नाम का विरोध करते है तो ऐसी स्थिति में भाजपा के पास रामजीलाल धाकड़ का नाम भी भाजपा से अध्यक्ष पद की रेस में पिछड़ा वर्ग से दिखाई देता है।
अशोक शर्मा गुरूजी - कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कोलारस अशोक शर्मा गुरूजी खतौरा बाले दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके है चुनाव लड़ने का इनको अनुभव है कोलारस नगर परिषद में अध्यक्ष पद यदि अनारक्षित होता है और भाजपा से किसी अन्य समाज का उम्मीदवार चुनाव मैदान में टिकिट लेकर आता है तो ऐसी स्थिति में कोलारस में बहुसंख्यक ब्राह्राण अगडे पिछडे को मिलाकर अशोक शर्मा कांग्रेस से नगर परिषद में अध्यक्ष पद के लिये उम्मीदवार हो सकते है।
दीपक शिवहरे - कोलारस नगर परिषद में अध्यक्ष का पद पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित होता है तो कांग्रेस के वर्तमान में सक्रिय एवं युवा कार्यकर्ता चंदेनी सरपंच के पति दीपक शिवहरे को कांग्रेस अपना उम्मीदवार बना सकती है भले ही कोलारस नगर में शिवहरे समाज का बोट बैंक कम हो किन्तु दीपक शिवहरे की मिलनसार छवि एवं कांग्रेस में सक्रियता का लाभ इनको टिकिट के रूप में मिल सकता है।




