रीवा में महिला एवं बाल विकास विभाग की दो महिला अधिकारियों को 10 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ये मध्याह्न भोजन का बिल पास कराने के नाम पर बीस हजार रुपये की मांग कर रही थी पांच हजार पहले भी ले चुकी हैं।
जानकारी के अनुसार रीवा लोकायुक्त को राजेश पिता सहदेवदास वर्मा ने शिकायत की थी उसने बताया कि वह मऊगंज जिला रीवा में रहता है और मऊगंज में समूह संचालक है उसने आरोप लगाया कि मध्याह्न भोजन का बिल पास करने के नाम पर महिला एवं बाल विकास कार्यालय मऊगंज की परियोजना अधिकारी माया सोनी और सेक्टर पर्यवेक्षक अंजू त्रिपाठीने 20 हजार रुपये मांग रही थीं साथ ही एडवांस के रूप में 5 हजार रुपये ले चुकी थीं फिर भी शिकायतकर्ता को पूर्व के बिल कैंसिल कर देने का डर बताकर लगातर पैसे मांग रही थी।
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि आवेदक की शिकायत जांच में सही पाई गई। शुक्रवार को दबिश के लिए ट्रेप अधिकारी निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार को मौके पर भेजा गया। टीम ने शिकायत कर्ता को रकम लेकर आरोपी अफसरों के कैबिन में भेजा गया। जैसे ही उसने उन्हें रकम थमाई वैसे ही दबिश देकर माया सोनी और अंजू त्रिपाठी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। धाकड़ ने बताया कि शुक्रवार की शाम महिला एवं बाल विकास कार्यालय मऊगंज से दोनों को रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त टीम दोनों अधिकारियों को लेकर विश्राम गृह पहुंची है। जहां भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
Tags
रीवा