कोलारस - कोलारस जहां के मंदिर प्रसिद्ध धामों से जुड़ हुये है इसी क्रम में श्रीराधावल्लभ मंदिर श्रीधाम वृन्दावन से जुड़े कोलारस के गोपाल जी के बड़े मंदिर पर वर्ष भर कार्यक्रम श्रीधाम वृन्दावन की तरह कोलारस में मनाये जाते है प्रमुख मंदिरों पर वैसे तो झूला उत्सव हरियाली तीज से प्रारम्भ हो जाते है किन्तु एकादषी से श्रीहरि विष्णु जी के सभी अवतारों के मंदिरों पर झूला उत्सव प्रारम्भ हो जाते है कोलारस में सोमवार को एकादशी के साथ नगर के लगभग सभी मंदिरों पर झूला उत्सव प्रारम्भ हो गया जोकि रक्षा वंधन तक जारी रहेंगे झूला उत्सव में भगवान के विग्रह को झूले में विठाल कर पुजारी एवं भक्तगण भगवान की सेवा करते है इस दौरान देर शाम मंदिर प्रागंणों में भगवान के भजन गायन होते है एकादशी से लेकर रक्षा वंधन तक चलने वाले झूला उत्सव का दर्षन करने कोलारस ही नहीं बल्कि दूर-दूर से भक्तगण आते है इस बार वारिश कम होने से किसानों से लेकर आम आदमी परेशान है किन्तु लोगो को उम्मीद है कि रक्षावंधन या उसके बाद भादों मास में शायद ईष्वर कृपा कर दें और अच्छी वारिष होने से किसानों की फसल तथा पीने के पानी की वर्ष भर समस्या न आ पाये।
एकादशी के साथ सोमवार से श्रीधाम वृन्दावन की तरह कोलारस के सभी मंदिरों पर झूला उत्सव प्रारम्भ
कोलारस - कोलारस जहां के मंदिर प्रसिद्ध धामों से जुड़ हुये है इसी क्रम में श्रीराधावल्लभ मंदिर श्रीधाम वृन्दावन से जुड़े कोलारस के गोपाल जी के बड़े मंदिर पर वर्ष भर कार्यक्रम श्रीधाम वृन्दावन की तरह कोलारस में मनाये जाते है प्रमुख मंदिरों पर वैसे तो झूला उत्सव हरियाली तीज से प्रारम्भ हो जाते है किन्तु एकादषी से श्रीहरि विष्णु जी के सभी अवतारों के मंदिरों पर झूला उत्सव प्रारम्भ हो जाते है कोलारस में सोमवार को एकादशी के साथ नगर के लगभग सभी मंदिरों पर झूला उत्सव प्रारम्भ हो गया जोकि रक्षा वंधन तक जारी रहेंगे झूला उत्सव में भगवान के विग्रह को झूले में विठाल कर पुजारी एवं भक्तगण भगवान की सेवा करते है इस दौरान देर शाम मंदिर प्रागंणों में भगवान के भजन गायन होते है एकादशी से लेकर रक्षा वंधन तक चलने वाले झूला उत्सव का दर्षन करने कोलारस ही नहीं बल्कि दूर-दूर से भक्तगण आते है इस बार वारिश कम होने से किसानों से लेकर आम आदमी परेशान है किन्तु लोगो को उम्मीद है कि रक्षावंधन या उसके बाद भादों मास में शायद ईष्वर कृपा कर दें और अच्छी वारिष होने से किसानों की फसल तथा पीने के पानी की वर्ष भर समस्या न आ पाये।
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