कोलारस - कोलारस अनुविभाग के नेतवास पंचायत के ग्राम भटऊआ में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हुई यहां एक आशा कार्यकर्ता की लापरवाही की वजह से एक गर्भवती महिला की जान आफत में आ गई महिला को उपचार के लिए कोलारस के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां हालत नाजुक होने के चलते जिला चिकित्सालय रैफल कर दिया गया और गर्भवती महिला का जिला चिकित्सालय में उपचार जारी है।
आशा कार्यकर्ता ने गर्भवती महिला को दे दी एक्सपायरी दवा
पति ने जानकारी देते हुये बताया कि कोलारस स्वास्थ्य केंद्र में अपनी गर्भवती पत्नी कविता का उपचार करा रहा उसकी पत्नी 5 माह की गर्भवती है पत्नी कविता रावत को आंगनवाड़ी पर पांचवे माह में लगने वाला टीटी का इंजेक्शन एएनएम ने माह के शुरुवाती शुक्रवार को लगाया गया था इस इंजेक्शन के साथ ही आशा कार्यकर्ता सिया रावत उसे फोलिक एसिड की 60 टेबलेट खाने को दी गईं थी कई दिनों तक इन टेबलेट खाने के बाद मेरी पत्नी कविता की तबियत बिगड़ गई उसे इलाज के लिए कोलारस स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा तब उसे पता चला कि जो टेबलेट उसकी पत्नी खा रही थी वह एक्सपायर हो चुकी है इसी वजह से उसकी पत्नी की तबीयत बिगड़ी है जब इसकी शिकायत आशा कार्यकर्ता से की तो उसने मेरी शिकायत अनसुनी कर दी।
आशा कार्यकर्ता की लापरवाही से विगड़ा गर्भवती महिला का स्वास्थ्य
गर्भवती महिला के पति ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की शिकायत तथा आशा कार्यकर्ता द्वारा बरती गई लापरवाही की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई थी जिसे बंद कराने का दबाब भी बनाया जा रहा है।
आयरन की गोली में भी लापरवाही
उक्त मामले में एक और खुलासा हुआ है जिसमें जो आयरन के नाम की एक्सपायरी गोली गर्भवती महिला को थमाई गई थीं वह गोली तीन माह की गर्भवती महिला को दी जाती है पांच माह की गर्भवती महिला को आयरन फोलिक एसिड की गोलियां दी जानी थी जबकि गर्भवती महिला को फोलिक एसिड की एक्सपायरी गोलियां थमा दी गईं।
इनका कहना है:-
अगर आशा कार्यकर्ता द्वारा गर्भवती महिला को आयरन की गोली देने में लापरवाही बरती गई है तो उस पर जांच के बाद अवश्य कार्यवाही की जाएगी साथ ही पांच माह की गर्भवती महिला को आयरन फोलिक एसिड की गोलियां क्यों नहीं दी गई इसकी भी वह जांच होगी - कोलारस बीएमओ नरेंद्र दांगी
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