कोलारस - जो पुत्र समर्थवान होते हुए धन संपन्न होते हुए भी अपने माता पिता की सेवा नहीं करता एवं अपने माता-पिता का त्याग कर देता है वह मनुष्य कितना ही पुण्यवान क्यों ना हो अंत में वह नर्क गामी होगा क्योंकि माता पिता ने जन्म दिया है जब उसने उन्ही का त्याग कर दिया तो भगवान उसको क्या कैसे क्षमा कर सकते हैं।
यह प्रवचन श्री राम कथा के सप्तम दिवस पर आचार्य बृजभूषण महाराज ने दिए उन्होंने बताया कि पुत्र का सबसे बड़ा धर्म है कि माता पिता कि सेवा करें भगवान श्रीराम अपने पिता की आज्ञा स्वीकार की एवं वनवास जाकर अपने धर्म का पालन किया आचार्य जी ने श्री राम लक्ष्मण संवाद सीता हरण जटायु का उद्धार होना एवं भगवान किस प्रकार बालि के पास पहुंचे तथा उसका उद्धार किया वह सम्पूर्ण कथा श्रवण कराई आचार्य जी ने विस्तार पूर्वक बताया की पापी कितना ही बलवान क्यों ना हो एक दिन उसका अंत जरूर हो जाता है इसलिए मनुष्य को कभी भी अपने बल का अभिमान नहीं करना चाहिए भगवान श्री राम अवतार लेकर के एवं पृथ्वी पर जो मनुष्य ब्राह्मणों को कष्ट देते हैं संतों को कष्ट देते हैं उन मनुष्य को नष्ट करने के लिए पृथ्वी पर आते हैं और उनका अंत करते हैं जब-जब अधर्म बढ़ेगा भगवान किसी ना किसी रूप में आकर उसका अंत अवश्य करते रहेंगे इस कथा का आयोजन समस्त ग्रामवासी करवा रहे हैं यह कथा 29 अप्रैल तक होगी।
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