चिकित्सको के न रहने से कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र का बंटाधार, निजी चिकित्सको से उपचार कराने को मजबूर मरीज - Kolaras



कोलारस - कोलारस एक विधानसभा मुख्यालय केवल नाम मात्र के लिये है क्योंकि यहा विधानसभा मुख्याल जैसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं वहीं हम बात करे कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र की तो कहने को तो विधानसभा मुख्यालय का स्वास्थ्य केन्द्र है साथ ही यह नाम के लिये मूलतः  06 डॉक्टर पदस्थत है जिनमें 03 महिला भी शामिल है जोकि नाम मात्र के लिये पदस्थ है कोलारस विधानसभा क्षेत्र की जनता जनप्रतिनिधियों की ओर देखती रहती है और मजबूर है निजी चिकित्सकों से उपचार करने के लिये। 

स्वास्थ्य केन्द्र में 07 डॉक्टर पदस्थ जिसमें से 3 महिला डॉक्टर 4 पुरूष डॉक्टर पदस्थ है इसी के साथ इनमें से एक डॉ. अभिषेक राजपूत को सतनवाड़ा अटैच कर दिया गया है इस हिसाव से कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में कुल मिलाकर वर्तमान में 06 डॉक्टर पदस्थ है जिनमें से विधानसभा मुख्यालय में बने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 02 पुरूष डॉक्टर निवासरत है जिनमें 01 डॉ. विवेक शर्मा, 02 डॉ. आनंद जैन जबकि डॉ. आनंद जैन की मूल पदस्थापना खतौरा स्वास्थ्य केन्द्र में है उन्हों कोलारस स्वास्थ्य पर अटैच कर रखा है तीसरे नम्बर पर पुरूष डॉक्टरों में जो है वह स्वास्थ्य केन्द्र पर बीएमओ के पद पर कार्यरत है वह भी स्वास्थ्य केन्द्र मुख्यालय पर निवास नहीं करते है।

अब बात करते है महिला डॉक्टरों की जोकि कोलारस विधानसभा मुख्यालय में पदस्थ है जिनमें 01 डॉ. प्रीति मौर्य, 02 डॉ. राशी जैन, 03 पर है डॉ. इन्दू जैन यह महिला डॉक्टरों में सभी भी कोई कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र पर निवास नहीं करता है जबकि निवास करने की बात दूर की है इनमें से एक महान मूर्ति को आप कभी भी स्वास्थ्य केन्द्र में नहीं देखोंगे क्योंकि यह भी आती ही नहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार यह महानमूर्ति विगत अगस्त माह से कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में कभी नहीं बैठी है फिर भी इनकी बेतन टाइम टू टाइम मिलती है साथ ही उनकी हाजरी की बात की जाये तो जब हाजरी बाले रजिस्टर्ड की बात आती है तो वह या तो गयाव कर दिया जाता है या रजिस्टर्ड में हाजरी भर दी जाती है जबकि यह महानमूर्ति बिगत अगस्त माह से कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में कभी बैठी ही नहीं साथ ही हम बात करे अन्य दो महिला डॉक्टरों की तो वह सप्ते में एक दिन या यह करे कि एक बार हीं स्वास्थ्य केन्द्र में देखनें को मिलेगी।

अब हम बात करते है कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में ऑपीडी की जोकि प्रतिदिन के बात करे तो ऑपीडी करीब 200-250 के बीच में देखी जाति है जबकि हम माह के बात करे तो एक माह में करीब 09 हजार से भी अधिक ऑपीडी देखी जाति है वहीं हम बात करे महिला डिलेवरी की तो कोलारस का स्वास्थ्य केन्द्र एक विधानसभा मुख्यालय में स्थापित स्वास्थ्य केन्द्र है जिसमें एक माह में 100 से अधिक महिलाओं की डिलेवरी की जाती है इसी के साथ स्वास्थ्य योजनाओं के तहत कैंप भी लगाये जाते है साथ कोलारस विधानसभा मुख्यालय होने के साथ ही कोलारस क्षेत्र से लगे हुये दो हाईवे है जिनमें एक झांसी - कोटा तथा दूसरा आग्रह - मुम्बई हाईवे लगा हुआ है कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में एक माह के अंदर करीब 200 से अधिक एक्सीडेंटल केस आते है। 

अब हम बात करते है कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में शासकीय क्वाटरों की - कई डॉक्टरों का एक यह भी कारण बता दिया जाता है कि कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में क्वाटर खाली न होने के कारण वह स्वास्थ्य केन्द्र पर निवासरत नहीं है जबकि मौके पर स्थिति को देखा जाये तो क्वाटर तो है परन्तु जिन क्वाटरों को डॉक्टरों को दिया जाना चाहिये वह क्वाटरों को ऐसे व्याक्तियों को अलॉट कर दिये है जोकि पात्रता ही नहीं रखते है।

इस ओर कोलारस विधानसभा के जनप्रतिनिधियों को अवश्य ध्यान देना चाहिये डॉक्टर यदि पदस्थापना स्वास्थ्य केन्द्र पर निवासरत रहेगे तो मरीजों को वेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सकेगी साथ विधानसभा क्षेत्र की जनता जोकि कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र में आने के बारे में सोचती है वह जनता स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होगा या नहीं डॉक्टर मिलेगे या नहीं इस मुददे पर अपना ध्यान न देते हुये सीधा स्वास्थ्य केन्द्र पर मरीज को लेकर आयेगी और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होगा जब डॉक्टर ही नहीं मिलेगे तो स्वास्थ्य केन्द्र के होने न होने से विधानसभा में क्या फर्क पडता है। 



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