शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी कपिल जूस सेंटर के संचालक पर हुये जान लेवा हमले के अज्ञात आरोपीगणो को देहात पुलिस ने ज्ञात कर 72 घंटे के अंदर किया गिरफ्तार - Shivpuri

सागर शर्मा शिवपुरी - शिवपुरी जिले के अन्तर्गत आने वाले थाना देहात पुलिस द्वारा शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी कपिल जूस सेंटर के संचालक पर हुये जान लेवा हमले के अज्ञात आरोपीगणो को ज्ञात कर 72 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया।

जानकारी के अनुसार दिनांक 17.07.25 को फरियादी कपिल मिनोचा पुत्र संतराम मिनोचा उम्र 36 साल नि0 बीर सावरकर कॉलोनी शिवपुरी ने बताया कि दिनांक 17.07.25 के रात 09.30 बजे की बात है मैं अपने जूस की दुकान बंद कर अपनी एक्टिवा एमपी 33 जेड जे 3090 से घर आ रहा था मै जैसे ही अपनी काँलोनी की पतंजलि वाली गली के अंदर अंकुर श्रीवास्तव के मकान के सामने पहुँचा तो वहीं पर दो अज्ञात व्यक्ति उम्र करीब 35 से 40 बर्ष के खडे थे, पेन्ट शर्ट व टी-शर्ट पहने थे दोनो मास्क लगाये थे यह लोग कल भी खडे थे मैं जैसे ही उनके आगे निकला तो उनमें से एक व्यक्ति मेरे पीछे दौडा और मुझे जान से मारने की नियत से चाकू मारा जो मेरे गर्दन में बाई तरफ लगा चोट आकर खून आ गया मै थोडा संभला तब तक उसने एक और बार चाकू मारा जो गर्दन के पीछे पीठ पर लगा चोट आकर खून आ आने से अपराध क्र0 272/25 धारा 109(1),3(5) बीएनएस कायम कर विवेचना मे लिया गया। 

घटना की सम्पूर्ण जानकारी से पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ जी को अवगत कराया गया तब के द्वारा घटना को गम्भीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय संजीव मुले एवं नगर पुलिस अधीक्षक संजय चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी देहात निरीक्षक रत्नेश सिंह यादव को तत्काल टीम का गठन कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थाना प्रभारी देहात व उनकी टीम द्वारा घटना के तुरंत बाद से ही अज्ञात आरोपीगण की पतारसी हेतु सीसीटीव्ही केमरे देखना शुरू किये गये सीसीटीव्ही फुटेज में आये संदेहियों की तस्दीक मुखबिरों से कराई गई तो उन्होने सीसीटीव्ही फुटेज में दिख रहे सदेहियों में से दो संदेहियो की पहचान अरवाज खाँन व आशिफ के रूप में की जिस पर पुलिस ने आशिफ को घेराबंदी कर पकडा जो घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकिल से कहीं फरार होने की फिराख मे था। पुलिस द्वारा घटना के संबंध में पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म स्वीकार किया और बताया कि गणेश मिनोचा ने कपिल मिनोचा को जान से मारने के लिये कहा था, जिस पर आशिक ने अरवाज खाँन, दानिश और छुन्ना के साथ मिलकर दिनांक 17.07.25 की रात को कपिल मिनोचा पर जान लेवा हमला किया था। पुलिस द्वारा तुरंत कार्यवाही कर आरोपीगणों को पकडा गया तो गणेश मिनोचा ने बताया कि कपिल मिनोचा जो कि कजिन भाई है शामिल में जूस की दुकान माधव चौक पर संचालित करते थे उस जूस की दुकान में जो कुछ फायदा होता था वह कपिल हम लोगो को गुमराह करके स्वयं रख लेता था एवं कोलारस में भी जो ताई के नाम प्रोपर्टी थी उसे भी गुमराह करके कपिल ने अपने नाम करा ली थी, कपिल की पत्नि पूजा मेरी माँ को अक्सर गंदी गंदी गालियां देती है लडाई झगडा गाली गलौच करती है इसी बात से गणेश मिनोचा बेहत नाराज था और चाहता था कि कैसे भी करके कपिल को खत्म कर दूं गणेश अक्सर जैन दूध डेयरी के पास चाय की दुकान पर सिगरेट पीने जाता था वहीं पर गणेश ने आज से तीन महीने पहले आशिफ को देखा था उसे पता चला कि आशिफ उसका यह काम करा सकता है, तो गणेश ने आशिफ से दोस्ती की और उसे कपिल ममिनोचा को जान से खत्म करने के संबंध में बताया तो आशिफ ने कहा कि मैं यह काम करा सकता हूं फिर आशिफ ने गणेश को अपने दोस्त अरवाज खांन से मिलवाया अरवाज ने कहा था कि मेरे पास लडके है गणेश मैं यह काम करा दूँगा फिर ढाई महीने पहले करीब आशिफ और अरवाज ने गणेश की मुलाकात दानिश और छुन्ना से कराई । 

गणेश, आशिफ, अरवाज,  छुन्ना और दानिश अक्सर अरवाज के महाराणा प्रताप वाले टेन्ट हाउस के गोदाम पर बैठकर मिटिंग करते थे और आशिफ और अरवाज ने 25 लाख रूपये में कपिल मिनोचा को जान से खत्म करने के लिये गणेश से डील करी जिसके ऐवज मे डेढ दो महीने पहले करीब गणेश ने 50000 रूपये एडवांस के रूप में आशिफ और अरवाज को दिये शेष राशि काम होने के बाद देना तय हुआ था घटना दिनांक 17.07.25 के करीब 10 -15 दिन पहले आशिफ , रवाज और दानिश ,छुन्ना ने  रैकी करते हुये कपिल मिनोचा पर एक असफल हमले का प्रयास किया लोगो की आमद रफत ज्यादा होने की बजह से उस समय यह लोग घटना को अंजाम नही दे पाये घटना वाले दिन आशिफ और अरवाज ने योजना बनाई की दानिश और छुन्ना वीरसावरकर काँलोनी ने कपिल के घर के पास पहले से उपस्थित रहेगे आशिफ और अरवाज कपिल मिनोचा का रैकी करते हुये पीछा करेगे और दानिश और छुन्ना को एक्जेक्स लोकेशन देते रहेगे और जब दिनांक 17.07.25 को कपिल मिनोचा अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटी से 09.30 बजे रात मे जूस की दुकान से घर के लिये निकला तो दानिश और छुन्ना पहले से ही घटना स्थल पर  पहुँच गये थे पीछे से  आशिफ और अरवाज  आशिफ की पल्सर मो.सा. से कपिल की पीछा करते रहे और अपने मोबाइल से दानिश को कपिल की एकजेक्ट लोकेशन बताते रहे जैसे ही कपिल घटना स्थल पर पहुँचा पहले से मौजूद दानिश और छुन्ना ने कपिल पर हमला कर दिया लेकिन कपिल ने अपनी एक्टिवा थोडी तेज कर दी यह लोग कपिल को गिराने में सफल नही हुये लेकिन दानिश ने दौड़कर पीछा करते हुये पीछे से चाकू से दो वार किये जो कपिल की पीठ और गर्दन पर लगे चाकू टूट जाने के कारण दानिश निहत्था हो गया तो यह दोनो वहाँ से दौडकर भाग निकले यह सभी आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद अरवाज के महाराणा प्रताप काँलोनी के टेन्ट गोदाम में जाकर इक्कठे हो गये फिर अपने अपने घर को चले गये।

उक्त सम्पूर्ण घटना क्रम में आरोपीगणो को सीसीटीव्ही कैमरा फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्य एवं मुखबिरो की मदद से पहचान कर पकडे गये है अरोपी अरवाज खान एवं छुन्ना उर्फ अजीत शाह पर पूर्व मे भी आपराधिक प्रवृत्ति के होकर अपराध पंजीबद्ध हैं।

सराहनीय भूमिका - निरी.रत्नेश सिंह यादव, सउनि विनोद गुर्जर, प्रआर 570 विनय सिंह, प्र.आर. 548 दीपचन्द्र, प्र.आर. 281 आदेश धाकड, प्र.आर. 4999 देवेन्द्र सेन , प्र.आर. 808 अजय शर्मा, प्रआर 302 सुरेन्द्र दुवे , आर.897 शकील खाँन, आर.556 सचेन्द्र शर्मा, आर. 511 बदन सिंह, आर.907 अरूण मेवाफरोस, आर. 925 बलवीर सेगर, आर. 367 प्रमोद कुशवाह, आर. 672 रिंकू शाक्य, सीसीटीव्ही प्रभारी एवं टीम व सायवर सेल टीम की मुख्य भूमिका रही है।

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