शिवपुरी - किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराने हेतु शासन के निर्देशानुसार खाद आपूर्ति व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है इसी क्रम में 26 अक्टूबर को इफको कंपनी की यूरिया रैक शिवपुरी रैक पॉइंट पर लगाई जाएगी, जिससे जिले को 1490 मै.टन यूरिया प्राप्त होगा यह यूरिया जिले की सहकारी संस्थाओं, डबल लॉक गोदामों, विपणन सहकारी संस्थाओं, एमपी एग्रो एवं निजी विक्रेताओं को आवंटित किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों को 25–25 मै.टन के हिसाब से कुल 625 मै.टन यूरिया प्रदान किया गया है, जिनमें पिपरसमां, कुवंरपुर, सिरसौद, मुडेरी, सिंहनिवास, कोलारस, खरई, पचावली, भडौता, नरवर, नरौआ, दविआकंला, पडौरा, बमरा, कोटा, कुटवारा, इंदार, खनियाधाना, मुहारी, बामौरकलां, पीपलखेडा, बदरवास, बूढाडोंगर, ऐजवारा शामिल हैं इसी प्रकार जिले के 05 डबल लॉक गोदामों कोलारस को 50 मै.टन, करैरा को 50 मै.टन, बदरवास को 25 मै.टन, पोहरी को 50 मै.टन तथा पिछोर को 75 मै.टन मिलाकर कुल 250 मै.टन यूरिया वितरित किया गया है।
मार्केटिंग बैराढ को 50 मै.टन तथा मार्केटिंग खनियाधाना को 75 मै.टन यूरिया प्राप्त हुआ है वहीं एम.पी.एग्रो शिवपुरी को 50 मै.टन यूरिया दिया गया है।
इसके अतिरिक्त जिले के निजी उर्वरक विक्रेताओं को कुल 440 मै.टन यूरिया उपलब्ध कराया गया है, जिसमें इफको बाजार शिवपुरी को 60 मै.टन, इफको बाजार मगरौनी को 30 मै.टन, जे.के. जैन मगरौनी को 25 मै.टन, राधिका ट्रेडर्स शिवपुरी को 20.25 मै.टन, विक्रम एग्रो एजेंसी शिवपुरी को 9.45 मै.टन, जनता एग्रो एजेंसी शिवपुरी को 21 मै.टन, गिर्राज ट्रेडिंग कंपनी शिवपुरी को 21 मै.टन, छाजेढ बंधु शिवपुरी को 15.75 मै.टन, पी.एस. ट्रेडर्स कोलारस को 25 मै.टन, विवेक ट्रेडर्स बामौरकलां को 18 मै.टन, श्री किसान सेवा केंद्र बामौरकलां को 18 मै.टन, किसान सेवा केंद्र बामौरकलां को 18 मै.टन, विवेक ट्रेडर्स पिछोर को 25 मै.टन, गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी करैरा को 18 मै.टन, रामसेवक सीताराम गेडा करैरा को 18 मै.टन, मां लक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी परिच्छा को 25 मै.टन, लक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी रन्नौद को 25 मै.टन, विनोद ट्रेडिंग कंपनी शिवपुरी को 23 मै.टन तथा दिव्या कृषि सेवा केंद्र पोहरी को 25 मै.टन आवंटित किया गया है।
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने निर्देश दिए हैं कि इस संपूर्ण खाद का वितरण सोमवार 27 अक्टूबर से किया जाएगा इसके लिए संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
