ऑनलाइन गेम, नशे में डूबती युवा पीढ़ी आये दिन होती मौत, सरकार एवं समाज के ठेकेदारों ने समय रहते नहीं दिया ध्यान तो पंजाव से बुरी हालत हो सकती है - Kolaras



कोलारस - शिवपुरी जिले की युवा पीढ़ी की हालत इस समय खतरे के निशान को पार करती हुई दिखाई दे रही है घर से स्कूल, कॉलेज, कोचिंग के नाम पर निकलने वाले युवा जिनकी संख्या 50 प्रतिशत से भी अधिक हो सकती है ऐसी युवा पीढ़ी वर्तमान में नशे एवं ऑनलाइन गेम सट्टे की गिरफ्त में दिखाई दे रही है युवा पीढ़ी को बर्वाद करने में सबसे बड़ी भूमिका एंड्रॉयड फोन की है जोकि युवा पीढ़ी को बर्वाद करने में मुख्य भूमिका में दिखाई दे रहा है मोबाईल की युवा पीढ़ी इतनी आदि हो चुकी है कि बिना मोबाईल के नई पीढ़ी रहना नहीं चाहती और इंटरनेट के इस समय में युवा पीढ़ी मोबाईल से ऑनलाइन गेम, नशे के कारोबार से लेकर अपराध की दुनिया में भी युवा पीढ़ी जाती हुई दिखाई दे रही है यदि समय रहते सरकार से लेकर समाजिक संगठनों ने युवा पीढ़ी को मोबाईल के जरिये होने वाले ऑनलाइन गेम एवं तम्बाकू की पुड़िया से लेकर पदक पदार्थ स्मैक से नई पीढ़ी को नहीं रोका गया तो वह दिन ज्यादा दूर नहीं है जब पंजाब की तरह हमारे शिवपुरी जिले में युवा पीढ़ी जिस तरह आये दिन जान देने से लेकर अपराधिक घटनाओं में शामिल हो रही है उसका प्रतिशत आने वाले चंद दिनों में वर्तमान 50 प्रतिशत के आंकड़े से 90 प्रतिशत तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और युवा पीढ़ी ऑनलाइन गेम एवं नशे की पूर्ति के लिये स्वयं की जान देने अथवा किसी की जान लेने में भी पीछे नहीं रहेगी।

ऑनलाइन गेम, नशे से नहीं रोका गया तो आने वाले नश्‍ल हो जायेगी बर्वाद 

सरकार से लेकर समाज के ठेकेदार यह बात भली भांति जानते है कि आज की युवा पीढ़ी ऑनलाइन गेम, नशे के कारण आपराधिक दुनिया में प्रवेश कर रही है वर्तमान समय में भले ही 50 प्रतिशत युवा पीढ़ी या यह कहें कि हमारा बच्चा तो सुरक्षित है तो यह चीजें ज्यादा दिन तक चलने वाली नहीं है क्योंकि जिस तरह नशे एवं ऑनलाईन गैम ने पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्वाद कर दिया उसी तरह हमारे शिवपुरी जिले की भी युवा पीढ़ी 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और 90 प्रतिशत तक युवा पीढ़ी जब ऑनलाईन गैम एवं नशे की आदि हो जायेगी उस दिन हमारे बच्चे भी सुरक्षित रहने वाले कहां है शिवपुरी जिले में ही ऑनलाइन गेम एवं नशे के चलते युवा पीढ़ी आपराधिक दुनिया में जा रही है जिसके चलते आये दिन मौत की घटनाऐं सामने आ रही है समाज के ठेकेदारों को सरकार के निर्णय का इंतजार नहीं करना चाहिये बल्कि सभी समाज के ठेकेदारों को आगे आकर युवा पीढ़ी को बर्वाद होने से बचाने की आवश्‍यकता है इसमें सबसे बड़ा कार्य बच्चों को आत्मनिर्भर होने तक एंड्रॉयड फोन से लेकर स्मैक, तम्बाकू की पुडिया सहित नशे के सभी पदार्थो से बच्चों को दूर रखने तथा बिना कारण के बाईक लेकर घर से बाहर निकलने पर पूर्ण प्रतिवंध लगाये बिना युवा पीढ़ी सुरक्षित रहने वाली नहीं है। 


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