पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की भागवत कथा के पूर्व नगर में निकली भव्य कलश यात्रा ने बांधा अद्भुत समां
-कलश यात्रा में २० हजार से अधिक महिलाओं ने लिया बढ़चढ़कर भाग
-२१०० महिलाऐं सिर पर कलश रखकर आयोजन में हुई शामिल
शिवपुरी - बागेश्वर धाम के महंत संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की शिवपुरी में आयोजित भागवत कथा के पूर्व माँ राजराजेश्वरी मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई इस कलश यात्रा में महिलाओं और पुरूषों का उत्साह देखने लायक रहा हजारों की संख्या में महिलाओं ने इस कलश यात्रा में भाग लेकर भव्य आयोजन की एक उत्कृष्ट झलक प्रस्तुत की दो हजार से अधिक महिलाऐं सिर पर कलश रखकर आयोजन में शामिल हुई लगभग दो घंटे तक निकली इस कलश यात्रा में अपूर्व उत्साह देखने को मिला।
हर्षातिरेक में महिलाऐं और पुरूष पूरी कलश यात्रा में झूमते हुए नजर आए। स्थान-स्थान पर कलश यात्रा का पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत किया गया कलश यात्रा में शामिल महिलाओं के माथे पर और कलश पर स्वागतकर्ताओं ने तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में संत महात्मा भी शामिल हुए। जिससे कार्यक्रम की गरिमा में चार चांद लग गए।
राजेश्वरी मंदिर से प्रारंभ हुई कलश यात्रा गुरूद्वारा चौराहा, झांसी तिराहा होते हुए आयोजन स्थल हवार्ई पट्टी पर पहुंची जहां पर विधिवत पूजन के साथ भजन कीर्तन का सिलसिला प्रारंभ हुआ। भागवत कथा का विधिवत शुभारंभ कल आयोजन स्थल हवाई पट्टी पर दोपहर एक बजे से होगा। जहां बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अपने श्रीमुख से कथा का वाचन करेंगे। उम्मीद हैं कि भागवत कथा में प्रतिदिन एक लाख से अधिक श्रद्धालु दूर-दूर से आकर भागवत कथा का श्रवण करेंगे।
हवाई पट्टी नर्सरी गार्डन में आयोजित होने वाली भव्य और दिव्य श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ आज कलश यात्रा के साथ हुआ। माँ राजराजेश्वरी मंदिर से हजारों की संख्या में मौजूद महिलाऐं सिर पर कलश रखकर कथा स्थल तक पहुंची कलश यात्रा का शुभारंभ सुबह ९:४५ बजे कलश पूजन और पंचाग पूजन के साथ शंखोंनाद के हुआ। इस दौरान कथा परिक्षित रामप्रकाश गुप्ता और उनके सुपुत्र कपिल गुप्ता सपत्निक मौजूद रहे जिन्होंने मातृशक्ति के चरण छू कर और कन्या पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया। माँ राज राजेश्वरी की आज्ञा लेकर कलश यात्रा का शुभारंभ किया यह यात्रा मंदिर प्रांगण से निकल कर जैसे ही सड़क पर पहुंची तो पूरा रास्ता जाम हो गया। दूर-दूर तक पीली साडिय़ों में मातृशक्ति ही नजर आ रही थी जो सिर पर कलश रखे भजन गाते हुए आगे बढ़ रहीं थी यात्रा के आगे पारीक्षित रामप्रकाश गुप्ता और उनके सुपुत्र कपिल गुप्ता सिर पर श्रीमद्भागवत की के साथ पंचाग की पोथी रखे हुए थे।
उनके पीछे घोड़ों पर ध्वज वाहक चल रहे थे जो सनातन का परचम लहरा रहे थे उनके पीछे डीजे, ढोल बाजे बज रहे थे और भजनों की सुमधुर धुनों पर युवाओं की टोलियां भक्तिमग्न होकर भगवान की भक्ति तल्लीन होते नजर आ रहे थे उनके पीछे मातृ शक्ति सिर पर कलश रखकर चल रही थी और उनके पीछे रथों पर सवार धर्मगुरू मौजूद थे। जिनमें वृदावन से पधारे महामंडलेश्वर नील मणिदास महाराज, खेड़ापति मंदिर के महंत मोहित त्यागी, तुलसी आश्रम के महामंडलेश्वर पुरूषोत्तम दास महाराज, अनुसूइया आश्रम के महंत और श्यामसुन्दर दास महाराज शामिल थे। जिनका जगह-जगह पुष्पा वर्षा के साथ स्वागत किया जा रहा था। कल बागेश्वर धाम के पीठाधीश और भागवतआचार्य पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के श्रीमुख से कथा पांडाल में श्रीमद भागवत कथा वाचन किया जाएगा। कलश यात्रा की सुरक्षा के लिए एक हजार से अधिक जवान शहर भर में तैनात किए गए थे। वहीं यातायात व्यवस्था भी दुरूस्त की गई थी। हालाकी कलश यात्रा के चलते कई रास्ते बंद होने से नागरिकों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा और अपने गतव्य तक पहुंचने के लिए काफी लम्बी दूरी तय करनी पड़ी।
कलश यात्रा को लेकर महिलाओं और बच्चियों में इतना उत्साह था कि सुबह से राजेश्वरी मंदिर पर महिलाओं का तांता लगना शुरू हो गया। सर्व प्रथम कलश उठाने के लिए वहां होड़ लग गई। आयोजन कर्ता भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर पर पहुंच गए। जिन्होंने व्यवस्था बनाते हुए एक-एक कर महिलाओं को कलश वितरित किए। २१०० कलश महज कुछ ही समय में वितरित हो गए और अनेकों महिलाऐं जो अपने-अपने साथ कलश लेकर यात्रा में शामिल हुई थी वह भी उन महिलाओं में शामिल हो गई। जिन्हें कलश मंदिर से प्राप्त हुए थे। जबकि कई महिलाऐं ऐसी थी जिन पर कलश नहीं थे वह सभी महिलाऐं यात्रा में बिना कलश के ही शामिल हुई और देखते ही देखते महिलाओं का हुजूम इतना बढ़ गया कि राजेश्वरी मंदिर के पास स्थित तात्याटोपे पार्क में महिलाओं को एकत्रित करना पड़ा और यहां से कतारबद्ध तरीके से एक-एक महिलाओं को निकाला गया इसके साथ ही कलश यात्रा आगे बढ़ी। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद सहित हिन्दू वादी संगठनों के स्वयंसेवकों ने कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा की। जगह-जगह समाजसेवियों ने कलश यात्रा में चल रही महिलाओं और पुरूषों के लिए खाना पान की व्यवस्था की कई स्थानों पर पानी की बोतलें वितरित की गई तो कई स्थानों पुड़ी सब्जी, खीर, हलुआ, कचौड़ी और चाय की व्यस्था रखी गई। इस दौरान पुलिस सुरक्षा काफी चुस्त दूरूस्त देखी गई। माधव चौक चौराहा से झांसी चौराहा तक पूरा रास्ता बैरीकेट्स लगाकर बंद कर दिया गया। यहां तक की ठंडी सड़क, राजेश्वरी रोड़ को जोडऩे वाली सभी गालियां पुलिस कर्मियों ने बंद कर दी गई। जिससे कार और बाइक सवार लोग भटकते हुए नजर आए और उन्हें अपने गतव्य तक पहुंचने के लिए काफी मसक्त करना पड़ी।
आयोजकों की अपील रही बेअसर, पांच महिला के मंगलसूत्र चोरी
श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कपिल मोटर्स के संचालक कपिल गुप्ता द्वारा किया जा रहा है। जिनके द्वारा लगातार मीडिया के माध्यम से अपील की जा रही थी कि कोई भी महिला कीमती आभूषण पहनकर न तो कलश यात्रा में पहुंचे और न ही भागवत कथा में लेकिन उनकी इस अपील किसी ने भी ध्यान नहीं दिया और कलश यात्रा में शामिल एक महिला की चैन कोई अज्ञात चोर चुराकर ले गया।
कल भागवत कथा के शुभारंभ के पूर्व बनेगा विश्व रिकॉर्ड
विधिवत रूप से पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के श्रीमुख से भागवत कथा का वाचन २४ नवम्बर को दोपहर १ बजे से प्रारंभ होगा। भागवत कथा के पूर्व आयोजन स्थल पर २५०० शंखनाद का रिकॉर्ड बनाया जाएगा। अभी तक २१०० शंखों का रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। इसके लिए शिवपुरी में अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है। धर्र्म क्षेत्र में शिवपुरी की यह उपलब्धि उल्लेखनीय है।
आयोजन स्थल पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
भागवत कथा के भव्य आयोजन के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा आयोजन स्थल पर चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो। कथा स्थल और पार्किग में १०० से अधिक सीसीटीव्ही कैमरे लगाए गए हैं। एक कन्ट्रोल रूम भी बनाया गया है। २३ नवम्बर से ३० नवम्बर तक १००० से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। कड़ी जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा।

