कुण्‍डन सरकार के आधिपत्य की भूमि पर पार्क निर्माण के विरोध में सामने आये पुजारी - Kolaras



कोलारस - कोलारस नगर के बीचों बीच स्थित राई रोड पर कुंडन सरकार आश्रम कई वर्षों से स्थापित है जहाँ पांच सो वर्ष पुरानी जिंदा समाधियाँ हैं जो चैतन्य हैं  जहाँ आश्रम में पहुँचते ही शांति का अनुभव होता है, कुंडन सरकार, समाधियोँ के दर्शन मात्र से आम जन मानस काे अपने कष्‍टों से आराम मिलता है कोलारस नगर के बीचों - बीच स्थित प्राचीन सिद्ध स्‍थान है यह साधू संतों की तपो भूमि है इसको खुुुर्द बुुुर्द कोलारस नगर के लिये एक बडी हानि है।

पार्क के बहाने सिद्ध भूमी का किया अधिग्रहण 

जानकारी के अनुसार प्रशासन ने आश्रम की उस जमीन पर ही पार्क बनाने का तुगलकी फरमान ज़ारी कर दिया जिस पर लगभग 55 साल  से भी ज्यादा पुराना ट्री पट्टा खुद शासन द्वारा ही आश्रम में वृक्ष लगाने के लिए सर्वे क्रमांक 16, 17 एवं 18 नम्बर पर दिया गया था जो कि वर्तमान खसरे में भी यह पट्टा दर्ज है जिसे बिना निरस्त किए अथवा आश्रम ट्रस्ट को बिना कोई पूर्व सूचना दिए बगीचा बनाने का फरमान जारी कर दिया उपरोक्त नंबरों पर खड़े हरेभरे पेड़ों को बेदर्दी से जमींदोज करते हुए सारे नियम ताक पर रख दिए गए और जब आश्रम के ट्रस्ट ने प्रशासन से बात की तो प्रशासन ने जबाब दिया हम तो आश्रम के आगे की जगह को सुंदर बना रहे हैं। 

जबकि एसडीएम कार्यालय के सामने ही शासकीय भूमि होने के बाबजूद पीछे मंदिर भी भूमि पर पार्क का निर्माण कराया जा रहा है जबकि करोड की शासकीय भूमि पर ही एसडीएम कार्यालय के सामने अवैध कब्‍जा कर तार फेंसिंग कर खेती की जा रही है शासकीय पार्क में असामाजिक तत्‍वाें से मंदिर की गरीमा भंग हो सकती है।

इनका कहना है - 

यदि भविष्य में आश्रम के आगे सपनों के सुंदर बगीचे में सुरा पान करने वाले असामाजिक तत्व इकट्ठा हुए या अनैतिक गतिविधियां हुई तो उसका जिम्मेदार कौन प्रशासन इस बात पर ध्यान जरूर दे और अति प्राचीन सिद्ध आश्रम की शांति भंग न हो ऐसा कार्य करे - गुसाईं महाराज चरण सेवक

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