मोहनी डैम में दो की मौत के बाद 12 पर पहुंचा पर्यटक स्थलों पर मौत

 शिवपुरी- जिले में चारों ओर पर्यटक स्थल, झरने, जलाशय बने हुए हैं। यह प्राकृतिक स्थल शिवपुरी की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं और इन पर बड़ी संख्या में पर्यटक स्थानीय सहित बाहरी मौज मस्ती के लिए आते हैं, लेकिन इस  वर्ष दुखद घटना यह रही है कि इन पर्यटक स्थलों पर अभी तक डूबने से 12 लोगों की असमय मौत हो चुकी है। मौत का सिलसिला सुल्तान गढ़ फॉल से शुरू हुआ, जहां 9 लोगों की मौत हो गई इसके बाद पोहरी क्षेत्र के पवा झरने पर एक बालक की नदी में डूबने से मौत हो गई। मौतों का सिलसिला यहीं नहीं थमा और कल मोहनी डैम में नहाने गए युवकों में से सात युवक डूब गए, जिनमें से पांच लोगों को तो बाहर निकाल लिया गया, लेकिन दो लोग मौत के मुंह में समां गए। सात युवक डूबे थे मोहनी डैम के गेट पास सिंध में, पांच को निकाला सुरक्षित कल सायंकाल 4 बजे जिला मुख्यालय से नरवर के मोहनी डैम पर अपने फूफा व कन्ट्रोल के चैकीदार रामदास बाथम के यहॉ ग्राम ख्यावदा में घूमने आये शिवपुरी जिला मुख्यालय के बाथम समुदाय के 07 लोग, डैम के 25 हैड रेडियल गैटों के ऊपर, कन्ट्रोल रूम एवं डैम की लाईनिंग आदि के भ्रमण के बाद, डैम के हैड रेडियल गैटों के ठीक नीचे सिंध नदी के गहरें कुण्डों में भारी रिस्क लेते हुये नहाने के लिये उतर गये। जानकारी मुताबिक पर्यटक नरबर क्षेत्र के ना होने के कारण उन्हें सिंध नदी के गहरेें अथाह कुण्डों की जानकारी ना होने के कारण वह अचानक नदी में डूबने लगे। करीब 1 घंटे बाद जब पर्यटकों के फूफा रामदास बाथम को उसके रिश्तेदार लापता दिखे तो कुण्ड में से तैरकर आये एक व्यक्ति की पुकार पर मोहनी एवं ख्यावदा के तैराकों ने शीघ्रता से पानी में तैरकर डूबते लोगो को बचाने का प्रयास कर दिया गया। घटना में 7 में से 5 युवक हेमन्त बाथम, टिंवकल मांझी, गोपाल बाथम, श्रीकांत व रामदास को सकुशल बचा लिया गया जबकि घटना में शैली उर्फ दर्शन आयु 20 साल पुत्र कैलाश मांझी निवास लक्ष्मीनिवास के पास सराय मोहल्ला शिवपुरी एवं रविराज आयु-24 साल पुत्र बादाम बाथम निवासी मोहनी सागर कालौनी शिवपुरी की मौत हो गई। 

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