नई दिल्ली- इस साल की बात करें तो रुपया अब तक डॉलर के मुकाबले 9.90 फीसदी गिरा है. इस तरह एशिया में रुपया सबसे लचर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बनी हुई है।अगस्त की बात करें तो इसमें 3.30 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है.रुपये में गिरावट बढ़ने का असर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी पड़ रहा है। दरअसल तेल कंपनियों की लागत बढ़ने की वजह से पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़ते हैं। उस पर भारी टैक्स ने ईंधन को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया हैइस साल की बात करें तो रुपया अब तक डॉलर के मुकाबले 9.90 फीसदी गिरा है।इस तरह एशिया में रुपया सबसे लचर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बनी हुई है। अगस्त की बात करें तो इसमें 3.30 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है.रुपये में गिरावट बढ़ने का असर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी पड़ रहा है। दरअसल तेल कंपनियों की लागत बढ़ने की वजह से पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़ते हैं. उस पर भारी टैक्स ने ईंधन को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
Tags
नई दिल्ली