बीएमओ अल्का त्रिवेदी ने कहा कि वृक्ष स्वयं धूप सहनकर हमें छाया देते हैं। जब तक हरे-भरे रहते हैं तब तक हमें फल एवं सब्जियां देते रहते हैं और सूखने के बाद भी हमें ईंधन के लिए लकड़ी देते हैं इन्हीं हरे वृक्षों की हरी पत्तियां एवं फलों को खाकर गाय, भैंस, बकरी आदि जानवर दूध देते हैं जिससे हमें प्रोटीन मिलता है जो मनुष्य के लिए अत्यन्त आवश्यक है। मेडीकल ऑफीसर विवेक शर्मा ने भी वृक्षारोपण एवं पर्यावरण प्रदूषण पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर डॉ. विवेक शर्मा, बीईई हेमलता, हरगोविन्द शर्मा, विवेक पचौरी, संजय जैन, विनोद प्रजापति, दाऊ दयाल खेमरिया,वीरेन्द्र शर्मा, हरिमोहन, विनोद शर्मा, मंजूर खान, चन्द्रकान्ता, सीतालक्ष्मी,द्रोपती अहिरवार, हेमलता चौबे, गीता चौहान, प्रीति नरवरिया, रीना नरवरिया, साजिद खान, राजू केवट, उर्मिला सिंह, सतीश, पवन,दीपक वत्स, अनंतसिंह जाट, रोहित बैरागी सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
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