भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रमुख दल कांग्रेस एवं भाजपा ने लगभग सभी टिकटों पर दावेदारों के नाम पर मंथन कर लिया है। भाजपा में जहां 150 से ज्यादा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हैं, वहीं कांग्रेस में प्रत्याशी चयन पर अंतिम फैसला होना है । जातिगत समीकरणों वाली सीटों पर अभी पेंच फंसा हुआ है। इन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर फैसला किसी भी दल की ओर से नाम तय होने के बाद किया जाएगा। ऐसे करीब 50 से 60 सीटें हैं, जहां जातिगत समीकरणों के आधार पर ही प्रत्याशी तय होते हैं। इसलिए कुछ सीटों पर दोनों ही पार्टियां फैसला रोक कर रखेगी| हर चुनाव में इन सीटों पर जातिगत समीकरण साधने के बाद ही प्रत्याशी तय होते हैं, दूसरी पार्टी के कैंडिडेट के हिसाब से ही पार्टियां अपना प्रत्याशी उतारती हैं, अगर एक ही जाति के दो कैंडिडेट मैदान में होते हैं तो वोटों का बंटवारा होता है|
प्रदेश चुनाव समिति की बैठक के बाद अब दावेदारों ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है| प्रदेश कार्यालय में सन्नाटा है, वहीं दिल्ली में दावेदार सक्रीय हैं और बड़े नेताओं से संपर्क करने की जुगत में लगे हुए हैं| अब अंतिम फैसला दिल्ली से ही तय होगा| सभी सीटों के नाम पर केंद्रीय चुनाव समिति अंतिम फैसला करेगी| मंगलवार को देर रात तक दिल्ली में मंथन चलता रहा| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, संगठन महामंत्री सुहास भगत और प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने दिनभर बैठकर टिकटों के समीकरणों पर चर्चा की। बैठक में अगड़े-पिछड़े, युवा-महिलाएं, जातिगत संतुलन जैसे मुद्दों पर सभी सीटों के समीकरण पर मंथन किया| पार्टी नेताओं ने सर्वे और संघ के फीडबैक के आधार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा कराए अध्ययन की रिपोर्ट का मिलान कर एक-एक सीट पर चर्चा की। मौजूदा विधायकों में जिनके नाम सभी सर्वे में योग्य श्रेणी में पाए गए हैं, उनका सिंगल नाम रखा गया है।
4 नवंबर तक सभी सीटों पर प्रत्याशी का ऐलान
पार्टी सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव के टिकटों के लिए भाजपा पहली सूची में 100 लोगों के नामों को हरी झंडी दे सकती है। इनमें अधिकांश वे नाम शामिल होंगे, जो मौजूदा विधायक हैं और पार्टी उन्हें दोबारा चुनाव लड़ाना चाहती है। ऐसे सिंगल नाम लगभग 70 के आसपास बताए जा रहे हैं। भाजपा की केद्रीय चुनाव समिति की बैठक एक नवंबर को बुलाई गई है। पार्टी नेताओं द्वारा संभावना जताई जा रही है 1 या 2 नवंबर को भाजपा की पहली सूची जारी हो सकती है। उधर पदस्थ सूत्रों का कहना है कि पार्टी द्वारा 4 नवंबर तक सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के टिकट घोषित कर देगी।
टिकट की गाइडलाइन शाह फाइनल करेंगे
भाजपा नेताओं ने तीन कैटेगरी की सीटों पर चर्चा की। पहली वह जिनमें पार्टी 5 हजार से कम वोटों से जीती थी, दूसरी कैटेगरी में 25 हजार या इससे अधिक वोटों से पार्टी जहां हारी थी, तीसरी वो सीटें हैं जहां के बारे में सर्वे में मौजूदा विधायकों को खतरनाक स्थिति में बताया गया है | वहीं कुछ चुनिंदा सीटों पर जहां उम्रदराज नेता या सांसद या दूसरे दलों से आए नेताओं को अथवा नेतापुत्रों को टिकट देना है, सिर्फ उन सीटों पर टिकट की गाइडलाइन शाह फाइनल करेंगे। इसी तरह 5000 से कम वोटों से जीते विधायक, 25000 या इससे अधिक वोटों से हारे प्रत्याशियों के बारे में भी हाईकमान निर्णय लेगा।