जनपद पंचायतो में कमीशनखोरी को ही मुददा बना ले भाजपा प्रत्याशी तो चुनाव होगा आसान
कोलारस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दो जनपद पंचायते आती है जिनके अंतर्गत 134 ग्राम पंचायते शािमल है। आम लोगो से लेकर खाश लोगो की निगाह में विकास के नाम पर तथा जनता से कमीशन मांगने के मामले में सचिव बदनाम है किन्तु इसकी हकीकत में जाकर देखा जाये तो नजारा कुछ और ही है सचिव केवल 5-10 प्रतिशत कमीशनखोरी में शामिल होता है जबकि जन प्रतिनिधि 20-30 प्रतिशत का कमीशन सचिवो तथा जनपद पंचायत एवं एनआरजी के माध्यम से बसूली करा कर भ्रष्टïाचार के रूप में शुद्घ रूप से डकार रहे है। जनपद पंचायतो में बैठे जन प्रतिनिधियो से पूछा जाये कि आप के पास कारे खरीदने तथा चलाने का बजट कहां से आता है तो मामला साफ - साफ नजर आ जायेगा । कुल मिला कर यदि भाजपा के लोग जनपद पंचायतो में काबिज कांग्रेसी जन प्रतिनिधियो के द्वारा बसूल करने बाले कमीशनखोरी की रिकॉर्डिंग सरपंच अथवा सचिवो के माध्यम से प्राप्त कर जनता के बीच प्रचारित करे तो मामला जनता को भी समझ में जायेगा। कि प्रदेश एवं केन्द्र सरकार पर भ्रष्टïाचार के आरोप लगाने बाले कांग्रेसी भी भ्रष्टïाचार में छोटी सी संस्थाओ में कहां तक डूवे हुये है भाजपा के लिए कांग्रेसी जन प्रतिनिधियो की कमीशनखोरी का मुददा ही विधानसभा से लेकर जनपद एवं अन्य चुनावो में संजीवनी का कार्य कर सकता है।