15 साल के इस कश्मीरी आतंकी ने बताया, पाकिस्तान का असली चेहरा क्या है!

कश्मीर से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो पाकिस्तान की कलई खोलने के लिए काफी है. वीडियो में 15 साल के एक आतंकी ने बताया है कि कश्मीर के युवाओं को पाकिस्तान कैसे फंसाता है और दहशतगर्दी के रास्ते पर ले जाता है. पाकिस्तान पर ऐसे आरोप लगते भी रहे हैं कि वह भारत में अशांति फैलाने के लिए युवाओं को भड़काता है और अवैध फंडिंग के माध्यम से उन्हें जिहाद के लिए तैयार करता है.
'इंडिया टुडे' के हाथ लगे एक वीडियो में 15 साल के एक कश्मीरी लड़के ने बताया है कि पाकिस्तान का असली चेहरा क्या है और वह भारत में कैसे आतंकी हरकतों को अंजाम देता है. त्राल निवासी और 11वीं क्लास में पढ़ने वाले इस युवा आतंकी की बातों से साफ है कि कश्मीर में चल रहे पाकिस्तान समर्थित संगठन वहां के युवाओं को बरगला कर गलत रास्तों पर धकेलते हैं.
हमजा हिजबी नाम के आतंकी संगठन से जुड़े इस युवा आतंकी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है जिसमें वह हाथ में असॉल्ट राइफल थामे दिख रहा है. पोस्टर पर इस आतंकी की पूरी प्रोफाइल दी गई है. उसे उस्मान सलाफी और तहरीके मुजाहिदीन का गुर्गा बताया गया है. आतंकी संगठन में शामिल होने की तारीख 3 अक्टूबर 2018 बताया गया है.
इस आतंकी पर हाल में पट्टन में ग्रेनेड हमला करने का आरोप है जिसमें 3 पुलिसकर्मी घायल हुए थे.  उसने वीडियो में बताया है कि वह किसका बेटा है. उसने सोपोर से 3 अक्टूबर को अपनी आतंकी गतिविधियां शुरू की जिसमें उसकी मदद एक शौकत नाम के शख्स ने की. उसने बताया है कि 'जिहाद' के लिए वह तैयार तो हो गया लेकिन बाद में जब अपने घर पहुंचा तो घरवालों ने उसे रहने की जगह नहीं दी. इसके लिए कई बार लड़ाई-झगड़ा भी हुआ.
उसने कहा, घर के अलावा गांववालों ने भी रहने की जगह नहीं दी. फिर अहसास हुआ कि यह कोई जिहाद नहीं है जिसमें घर वालों को परेशान किया जाए. मैं जब घर से निकला तो घर वालों को पता नहीं था कि मैं कहां हूं और क्या कर रहा हूं. बाद में घरवालों ने वीडियो दिया जिसमें मुझे पता चला कि मेरी मां को हार्ट अटैक हुआ है. फिर मैंने इनसे (आतंकी) घर जाने को बोला तो मुझे जवाब मिला कि मैं वापस नहीं जा सकता. उसी दिन मेरी फोटो वायरल कर दी गई. फिर मुझे पट्टन में हमला करने के लिए भेजा गया. वहां शौकत ने ग्रेनेड फेंका जिसमें कई लोग जख्मी हुए. फिर मुझे वहां भी अहसास हुआ कि यह कोई जिहाद नहीं है. इंसानियत को खत्म करना जिहाद नहीं हो सकता.
उसने कहा, मुझे पुलिस ने जिंदा पकड़ा तो मैंने जम्मू-कश्मीर पुलिस को शुक्रिया कहा. मेरे घरवालों ने मेरे जिंदा होने की खबर सुनी तो वे भी काफी खुश हुए. मैं इस वीडियो के माध्यम से अपील करना चाहता हूं कि जो भी जिहाद के रास्ते पर जाना चाहते हैं, वे सोचें समझें और जानें कि यह कोई जिहाद नहीं है. ऐसे लोग पहले अपने मां-बाप को देखें और पता करें कि वे कहां हैं, किस हालत में हैं.

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