चालक की जुबानी,बैरियर है बडी परेशानी
खरई बैरियर पर वाहनों से होती अवैध बसूली, 500से 700 रुपये बसूलते है आने जाने के
ेकोलारस- खरई आरटीओ चेक पोस्ट अवैध बसूली के लिए लगातार सुर्खियों में बना हुआ है इस बसूली की भनक जिला प्रशासन,आरटीओ,और ग्वालियर आयुक्त,उपायुक्त सभी अधिकारियों को है लेकिन कोई कार्यवाही प्रशासन के द्वारा नही करना कही न कही इनका इस गोरखधंधे में शामिल होना दर्शाता है। खरई बैरियर पर वाहन मालिक और चालको को अनैतिक रूप से परेशान किए जाने के साथ साथ अवैध वसूली व अभद्र व्यवहार इस चेक पोस्ट पर किया जाता है अगर वाहन स्वामी इसका विरोध करता है तो उसके कागजात रख लिए जाते है और धमकाया जाता है कि जहाँ जाना है चले जाओ, हम तो सबको पैसे ऊपर देते है तो आप लोगो को भी गाडीबाजी करना है तो देना होगा इन सभी मजबूरियों से पीडित होकर वाहन चालक को 500 से 700 रुपये प्रति चक्कर इस चेक पोस्ट पर अवैध बसूली के रूप में देना पडते है कई बार तो पैसे न देने पर धमकाया और मारपीट भी प्रायवेट लोगो से कराई जाती है इस बसूली के चलते राजस्व को खासा नुकसान तो हो ही रहा है लेकिन दूसरी ओर यहां से गुजरने वाले वाहन चालक भी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं कुल मिलाकर उक्त बैरियर लूट का अड्डा बना हुआ है जिस पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है
प्रत्येक वाहन से 3000 से 5000 रुपये महीना बसूली की जिम्मेदारी पर खरई वैरियर।
खरइ बैरियर की पड़ताल पर सामने आया कि यहां पर बाहरी वाहनों से प्रत्येक माह में3000 से 5000 हजार रुपये की बसूली इस वैरियर पर मौजूद स्टाफ और प्रायवेट लोगो द्वारा की जाती है इस बसूली मे प्रशासन की मौन सहमति का भी एक बड़ा कारण स्पष्ट है खरई बैरियर राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है जिस कारण यहां अंतरराज्यीय बहानो का आवागमन ज्यादा होता है परंतु यहां से गुजरने वाले वाहनों से बसूली की जिम्मेदारी यहां मौजूद आर टी आई कि होती है जो ऊपर तक सभी अधिकारियों की जेब गर्म कर शासन को चुना लगाकर रातोरात मालामाल हो जाता है।
खरई वैरियर पर बने मंडी स्टाफ का भी आतंक बना हुआ है यहाँ मंडी स्टाफ के द्वारा भी चेक पोस्ट स्टाफ से मिलकर ट्रको से जीन्स के नाम पर बसूली की जाती है न देने पर डराया धमकाया जाता है और मारपीट तक ट्रक चालकों के साथ हो जाती है
मोटी रकम लेकर ट्रक निकासी सूची भी चर्चा में
खरई वैरियर पर अगर प्रशाशन महीने की 1 से 10 तारीख तक 24 घंटे जांच टीम बिठाकर वाहनों की एंट्री कराए तो दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ जायेगा क्योंकि यहां राजस्व चोरी करने के नए-नए तरीके मौजूद स्टाफ द्वारा अपनाए जाते हैं बैरियर पर ट्रकों की सूचियां भी चर्चाओं में हैं क्योंकि यहां 100 -100से लेकर 200-250 गाडय़िों की सूची बैरियर स्टाफ के पास मौजूद होती है जिनकी मोटी रकम लेकर बिना रशीद ओर ठप्पे के मध्य लाईन से निकासी की जाती है और इन वाहनों से राजस्व नहीं वसूला जाता क्योंकि इन वाहनों की निकासी के एवज में एकमुश्त राशि प्रतिमाह यहाँ तैनात अधिकारियों सप्रेम भेट की जाती है जिससे शासन को लाखों रुपये की राजस्व हानि भी वैरियर स्टाफ के द्वारा दी जा रही है।