कैसे होगा शिवराज-सिंधिया का मिशन उपचुनाव फतय जब भाजपाई एवं विधायक बैठे शांत, जब भाजपा के ही पूर्व विधायक को पार्टी ने भितरघात के चलते दिखाया बाहर का रास्ता
मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर आगामी मंगलवार को मतदान होना है। चुनाव प्रचार प्रसार पर निर्वाचन आयोग के नियम अनुसार बंद हो चुका है। एक तरफ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेस से चर्चा में 28 में से 28 सीटें जीतने का दाबा कर रहंे है। दूसरी तरफ भाजपा के ही मूल कार्यकर्ताओं से लेकर जो विधायक मंत्री मंडल में शामिल नहीं हो पायें वह यह उम्मीद पाले है। कि सरकार तो बची रहे किन्तु आयतित पूर्व विधायक जिन्हंे मंत्री बनने से भाजपा के कई वरिष्ठ पूर्व मंत्री एवं विधायक जिन्हें मंत्री मंडल में स्थान नहीं मिल सका ऐसे भाजपा के पूर्व मंत्री से लेकर विधायक तथा भाजपा के मूल कार्यकर्ता कांग्रेस से आयतित उम्मीदवारों से दूरी बनाये हुये है। कुछ कार्यकर्ताओ का कहना है। कि यदि हमने आयतित उम्मीदवारों को जीता दिया तो ऐसे में हमारे पार्टी के मूल कार्यकर्ता को अगली बार चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पायेगा साथ ही जिस क्षेत्र के भाजपा विधायक तथा पूर्व मंत्रियों को मंत्री मंडल में स्थान नहीं मिल पाया वह लोग मन मारकर शक्ल दिखाने के लिये प्रचार प्रसार में नजर आये हमारी टीम ने जब पोहरी, करैरा, बमोरी से लेकर अशोकनगर, ग्वालियर, मुरैना, भिंड क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओ से चर्चा की तो उनका यही दर्द निकल कर सामने आया जिसके बाद लगा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार भले ही बची रहे किन्तु शिवराज सिंह चैहान का मिशन 28 सीट जीतने का दाबा भाजपा के मूल कार्यकर्ता तथा आम मतदाता दल बदलू कहकर मिशन 28 को सफल होने में शंका पैदा अवश्य करते है।
भाजपा ने भितरघात से बचने के लिये पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह को पार्टी से निकाला
मुरैना की सुमावली विधानसभा के पूर्व विधायक भाजपा से निष्कासित कर दिया गया । सत्यपाल सिंह सिकरवार नीटू पर लगाया अनुशासनहीनता का आरोप है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णदत्त शर्मा ने यह कार्यवाही करते हुए कहा कि पार्टी के निर्देशों की अवहेलना तथा पार्टी प्रत्याशी के विरोध में कार्य किये जाने पर उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया है। गौरतलब है कि सत्यपाल सिंह सिकरवार उर्फ नीटू के बड़े भाई डॉ. सतीश सिंह सिकरवार ग्वालियर से कांग्रेस प्रत्याशी है। इनके पिता एवं पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार एवं मुरैना जिला भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता उदयवीर सिंह सिकरवार को प्रदेश के अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में जिम्मेदारी थी । गजराज सिंह को अनूपपुर में तो नीतू को मांधाता क्षेत्र में प्रचार के लिए जाने को कहा गया था लेकिन वे नही गए । इनके खिलाफ सुमावली से भाजपा प्रत्याशी ऐंदल सिंह कंसाना और ग्वालियर पूर्व से भाजपा उम्मीदवार मुन्नालाल गोयल लगातार शिकायतें कर रहे थे। सिकरवार परिवार का मुरैना जिले की सियासत में बड़ा दखल है खासकर क्षेत्रीय मतदाता पर अच्छी पकड़ है । यही बजह है कि नीटू के निष्कासन की खबर से भाजपा में उबाल आ गया। इस निर्णय के खिलाफ नीटू समर्थक भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनेक स्थानों पर प्रदर्शन कर भाजपा के ध्वज तथा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के पुतले फूंके । हालांकि भाजपा नेता इससे होने वाले डेमेज कंट्रोल में जुट गए हैं।