पोहरी-करैरा उपचुनाव में जनता ने प्रत्याशी नकारे, अब नोटो के सहारे मतदाताओं को खरीदने उतरे प्रत्याशी समर्थक
शिवपुरी जिले के पोहरी एवं करैरा विधानसभा क्षेत्र के लिये मतदाता मंगलवार को उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। चुनाव मैदान में उतरे प्रमुख दलों के उम्मीदवारों ने चुनावी सभाओं से लेकर जनता को अपने पक्ष में करने का पूरा-पूरा प्रयास किया किन्तु मतदाताओं द्वारा स्थिति साफ न करने की रिपोर्ट जब वरिष्ठ दलो से लेकर प्रत्याशीओं तक पहुंची तो उन्होंने चुनाव जीतने के लिये अंतिम हथियार के रूप में मतदाताओं को अपने पक्ष में खरीदने के लिये नोट बांटने की प्रक्रिया अपनाना प्रारम्भ की और पार्टी फन्ड तथा प्रत्याशियों से 50 हजार वोट एक हजार रूपया प्रति मतदाता खरीदने का लक्ष्य रखा जिसमें बांटने वाले दलालो ने 50 प्रतिशत का टांका लगा दिया। बीते कई दिनों से पोहरी एवं करैरा दोनो विधानसभा क्षेत्रों में पहले सामग्री एवं दारू बांटने की शिकायते मिल रही थी। किन्तु रविवार एवं सोमवार को पोहरी के पोहरी हरिजन वस्ती, बैराड़ हरिजन वस्ती, छर्च, भटनाबर,सिरसौद सहित पोहरी के लगभग अधिकांश गांवों तथा हरिजन आदिवासी वस्तियों में मतदाताओं को लुभाने के लिये नोट बांटने का कार्य जारी है। इसी तरह करैरा के हरिजन वस्ती, दिनारा, नरवर, मंगरौनी सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्याशियों के समर्थक एवं दलाल 50 प्रतिशत वट्टा यानि स्वयं का टैक्स काटकर बांटते हुये देखे गये। कुल मिलाकर शिवपुरी जिले की दोनो विधानसभा सीटों का परिणाम तो 10 नवम्वर को हमारे सामने होगा किन्तु दोनो विधानसभा के मतदाता स्वच्छा से ज्यादा उम्मीदवारों के पैसे पचाकर अगले तीन वर्ष के लिये अपना विधायक मंगलवार को वोटिंग मशीन में कैद कर देंगे।