अपना भविष्य खतरे में देख भाजपाई उतरे जड़ें काटने, मामला करैरा एवं पोहरी विधानसभा क्षेत्र का
शिवपुरी - मंगलवार को जिले के पोहरी एवं करैरा क्षेत्र के मतदाता मताधिकार द्वारा आगामी तीन वर्ष के लिये विधायक का चयन करेंगे। किन्तु कांग्रेस से ज्यादा भितरघात की बू भाजपा में निकल कर दिखाई दे रही है। जहां भाजपा के अन्य उम्मीदवार अपना भविष्य खतरे में देख स्वयं तथा समर्थकों को भितरघात करने की सलाह देते हुये दिखाई दिये। मंगलवार को मताधिकार द्वारा मतदाता प्रत्याशियों का भाग्य तय कर देंगे किन्तु प्रत्याशियों से ज्यादा टिकिट न मिलने वाले उम्मीदवारों से लेकर उनके समर्थकों को अपने ही पार्टी के उम्मीदवार के जीतने का डर सता रहा है। क्योंकि प्रत्याशियों से लेकर पार्टी के पास भी भितरघातियों की जानकारी पहंुच चुकी है। उन्हें अपना भविष्य सुरक्षित पार्टी के उम्मीदवार को हराने में ही दिखाई दे रहा है। मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर आगामी मंगलवार को मतदान होना है। चुनाव प्रचार प्रसार पर निर्वाचन आयोग के नियम अनुसार बंद हो चुका है। एक तरफ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेस से चर्चा में 28 में से 28 सीटें जीतने का दाबा कर रहंे है। दूसरी तरफ भाजपा के ही मूल कार्यकर्ताओं से लेकर जो विधायक मंत्री मंडल में शामिल नहीं हो पायें वह यह उम्मीद पाले है। कि सरकार तो बची रहे किन्तु आयतित पूर्व विधायक जिन्हंे मंत्री बनने से भाजपा के कई वरिष्ठ पूर्व मंत्री एवं विधायक जिन्हें मंत्री मंडल में स्थान नहीं मिल सका ऐसे भाजपा के पूर्व मंत्री से लेकर विधायक तथा भाजपा के मूल कार्यकर्ता कांग्रेस से आयतित उम्मीदवारों से दूरी बनाये हुये है। कुछ कार्यकर्ताओ का कहना है। कि यदि हमने आयतित उम्मीदवारों को जीता दिया तो ऐसे में हमारे पार्टी के मूल कार्यकर्ता को अगली बार चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पायेगा साथ ही जिस क्षेत्र के भाजपा विधायक तथा पूर्व मंत्रियों को मंत्री मंडल में स्थान नहीं मिल पाया वह लोग मन मारकर शक्ल दिखाने के लिये प्रचार प्रसार में नजर आये हमारी टीम ने जब पोहरी, करैरा, बमोरी से लेकर अशोकनगर, ग्वालियर, मुरैना, भिंड क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओ से चर्चा की तो उनका यही दर्द निकल कर सामने आया जिसके बाद लगा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार भले ही बची रहे किन्तु शिवराज सिंह चैहान का मिशन 28 सीट जीतने का दाबा भाजपा के मूल कार्यकर्ता तथा आम मतदाता दल बदलू कहकर मिशन 28 को सफल होने में शंका पैदा अवश्य करते है।