विधायक रघुवंशी ने संघर्ष कर सिंध नदी पर बनवाये डैम-रेत माफियाओं ने डैम के गेटों को तोड़ने का रचा सड्यंत्र
कोलारस - कोलारस - बदरवास तहसील क्षेत्रों की सीमा के मध्य से जीवन दायनी सिंध नदी गुजरती है। सिंध नदी के पानी से कोलारस एवं बदरवास तहसील क्षेत्र की लाखों बीघा भूमि के साथ-साथ कोलारस नगर में पेयजल की सप्लाई भी सिंध नदी पर बने डैमों के द्वारा रोके गये पानी से होती है। बीते तीन वर्ष पूर्व जब सिंध नदी पर डैम नहीं थे। उस समय दीपावली के बाद सिंध नदी राजस्थान की तरह मरूस्थल के रूप में नजर आती थी। दीपावली के बाद कहीं गड्डों को छोड़ दिया जायें। तो खेतों में पानी देने के लिये सिंध किनारें बसे ग्रामीण तरस्ते थे। किन्तु कोलारस विधानसभा में उपचुनाव के द्वारा कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से घोषणा करबाने के साथ-साथ उपचुनाव सम्पन्न होते ही कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी सिंचाई विभाग से लेकर वल्लभ भवन के सम्पर्क में बने रहे और उनके निरंतर प्रयासों से सिंध नदी में आज पानी देखने को मिल रहा है। कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के अथक प्रयासों से कोलारस एवं बदरवास क्षेत्र की सीमा में बनायें गये चार स्टाॅप डैमों के सहारें बीते दो वर्षो से सिंध नदी में पानी जमा होने से क्षेत्र के हजारों किसानों को लाभ मिला किन्तु कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी द्वारा किसानों के हित में किये गये प्रयासों पर रेत का ठेका लेने वाले ठेकेदारों ने नाम पर माफिया अवैध राॅयल्टी जारी कर डैम के गेट खोलने तथा उसमें पत्थर लगाकर गेट को खत्म करने तथा डैम को हानि पहुंचानें का सड्यंत्र कर रहे है। जिससे सिंध का पानी गेटों के खुलने से निकल जायें और राॅयल्टी के नाम पर सिंध नदी से अवैध रूप से वजरी निकालकर रेत का कारोबार किया जा सकें।
गेटों में पत्थर लगाने से डैमों का अस्थित्व खत्म होने तथा सिंध में जमा पानी निकलना तय
कोलारस से होकर गुजरने वाली सिंध नदी पर बने स्टाॅप डैमों को ठेकेदार के नाम पर अवैध उगाही करने वाले लोगो द्वारा अवैध रूप से सिंध नदी पर बने डैमों के गेटों को अवैध तरीके से खोला गया तथा गेटों के नीचे पत्थर लगायें गये। जिससे डैमों के गेट बंद न हो सकें और ठेकेदार के नाम पर अवैध उगाही करने वाले कर्मचारियों को रेत निकालने में सुविधा हो। रेत ठेकेदार के नाम पर अवैध राॅयल्टी काटने वाले कर्मचारियों के द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से पंडुव्वी डाल कर रेत निकालने तथा 18 सौ रूपया प्रति ट्राॅली राॅयल्टी की जगह पर्ची देकर बसूल किये जा रहे है। रेत माफियाओं के कारोबार से कोलारस एवं बदरवास तहसील क्षेत्र में बनाये गये सिंध नदी पर स्टाॅप डैम का महत्व खत्म हो जायेंगा और बीते दो वर्षो से दीपावली बाद डैमों के कारण किसानों को मिलने वाला सिंध नदी का पानी गेट खुलने से वह जायेंगा।