कोरोना काल की विदाई, वैक्सीन काल के प्रारम्भ से होगा नव वर्ष का आगमन
अभिजीत काले कोलारस - गुरूवार की मध्यरात्रि से अंग्रेजी कलैन्डर के हिसाव से रात्रि 12 बजे नव वर्ष का आगमन होगा। विश्व के सैंकड़ों देश मध्यरात्रि 12 बजे तक नव वर्ष के स्वागत् का इंतजार करते है। उसके बाद आतिश्वाजी चलाकर नव वर्ष का स्वागत् करते है। इस बार नव वर्ष 2021 का प्रवेश भारत में गुरूवार की मध्यरात्रि 12 बजे के साथ होगा किन्तु कोरोना काल के नियमों के हिसाब से इस बार लगभग सभी जगह नव वर्ष का स्वागत् उत्साह की जगह औपचारिकता के बीच मनाया जायेंगा। खाने-पीने के शौकिन लोग काफी लम्बे समय से नव वर्ष का इंतजार करते है। किन्तु इस बार कोरोना काल के नियम अनुसार मास्क एवं दो गज की दूरी का पालन करने के कारण इस बार नव वर्ष का स्वागत् फीका रहने वाला है। बीता हुआ वर्ष 2020 को 22 मार्च से लेकर 31 दिसम्बर यानि की वर्ष के अंत तक लोग कोरोना से बचते हुये जैसे तैसे अपने लोगो से विछड़कर खुद को बचाने में कामयाब हुये है। उनके लिये नया वर्ष 2021 यानि की शुक्रवार का सूर्य उदय एक नया वर्ष ही नहीं बल्कि कोरोना से सुरक्षित रखने वाला वैक्सीन युग लेकर आने वाला है। जब तक देश के सभी लोगो को वैक्सीन का टीका न लग जायें। तब तक कोरोना एवं उसके 9 माह के बच्चे नवीन कोरोना से स्वयं, अपने परिवार एवं अपने संबंधी लोगो को सुरक्षित रखने के लिये वर्ष 2021 में भी वर्ष 2020 की तरह सभी को कोरोना से बचने के लिये दो गज की दूरी, मास्क एवं भीड़ की जगह से दूर रहने के कोरोना के नियमों का पालन सभी को करना एवं कराना आवश्यक है। तभी वर्ष 2021 को हम अपने एवं देश के लोगो को सुरक्षित रख के कोरोना के आंकड़ों के कारण विगड़ते देश के माहौल को सुरक्षित रख पायेंगे।