हरीश भार्गव, अशोक चौवे, रोहित वैष्णव कोलारस - कोलारस से लेकर जिले भर के सहकारी बैंक घोटाले का मामला बीते कई सप्ताह से मीडिया में छाया हुआ है मीडिया से लेकर बैंक कर्मी एवं लेन-देन करने वाले मौन साधे हुये है क्योंकि सहकारी बैंक घोटाले का राज सबके सामने आ जाये तो इसमें दर्जन भर नहीं बल्कि घोटाले में शामिल कई सैंकड़ा लोग हवालात में पहुंच सकते है मामले की जांच करने वाली संस्था से लेकर जिन लोगो पर अभी तक एफआईआर हुई है उनके परिजनों का कहना है कि जिस प्रकार सहकारी बैंक घोटाला उजाकर हुआ है यदि उसी प्रकार घोटाले की जांच सीबीआई से कराली जाये तो उक्त मामले में कई सैंकड़ा लोगो पर घौटाले की गाज गिरना तय है उसी के चलते ओडिट करने वाले सीए के कथन से लेकर जिन लोगो पर एफआईआर हुई है उनके कथनों से लेकर जिन खातों में राशि स्थानांत्रित हुई है
उन खातों की जानकारी जांच करने वाली कमैटी के पास है वह कुछ और लोगो पर जल्द एफआईआर से लेकर निलम्बन की कार्यवाही सम्भवता नेतागिरी नहीं हुई तो इसी सप्ताह बैंक प्रबंधन करा सकता है सूत्र यहा तक बताते है कि सहकारी बैंक घोटाले के तार कोलारस से लेकर शिवपुरी एवं भोपाल तक जुडे हुये है किन्तु बड़ी मच्छलियों को अभी तक कार्यवाही से बंचित रखा गया है जिसके चलते कई सैंकड़ा लोग अपने आपको सुरक्षित मान रहे है किन्तु जिन लोगो पर सबसे पहले कार्यवाही हुई है उनके कथन से लेकर सीबीआई जांच हो जाये तो इसमें कई सैंकड़ा लोग एवं घोटाले की राशि 100 करोड़ की जगह 1000 करोड़ यानि की मध्यप्रदेश के इतिहार में सहकारिता का सबसे बड़ा घोटाला कोलारस से लेकर शिवपुरी एवं मध्यप्रदेश में सहकारिता के रूप में सामने आ सकता है।