लोकसभा के दौरान शून्यकाल में रखी मांग
शिवपुरी-गुना -शिवपुरी-अशोक नगर सांसद डॉ केपी यादव ने बजट सत्र के द्वितीय चरण में आज लोकसभा के शून्यकाल में मांग रखते हुए कहा कि,राजघाट बाँध मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित inter state बाँध है।इस बाँध की आधारशिला मेरे जन्म से भी पहले, सन 1971 में रखी थी और इसका निर्माण 1975 में प्रारम्भ होकर 2006 में पूरा किया गया और इसका परिचालन विधिवत रूप से संचालित हो रहा है यह बाँध उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित बेेतवा नदी पर 375 करोड़ की लागत से बनाया गया है और इसकी ऊंचाई 43.9 मीटर है इस बाँध का कैचमेंट एरिया 17,000 वर्ग किलोमीटर और उत्तर एवं मध्य प्रदेश के 90000 एकड़ क्षेत्र की सिंचाई हो रही हैं वर्तमान में इस बाँध से लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट के साथ भारत सरकार द्वारा संचालित जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने की परियोजनाएं भी स्वीकृत हुई है जिससे लोकसभा के दो जिले गुना एवं अशोकनगर के वासियों को पीने का पानी मिलेगा तीन नहर इस बांध से पानी वितरित करते है जिसमें से दो उत्तर प्रदेश को और एक मध्य प्रदेश को पानी की आपूर्ति करते है इस बांध से 15 मेगावाट का बिजली उत्पादन भी होता है। परंतु राजघाट बाँध का आज तक लोकार्पण नहीं हुआ है और इसके समीप ग्रेनाइट और पत्थर की खदानों को भी स्वीकृति प्रदान की गई है जिसमे ब्लास्ट टेक्नोलॉजी का प्रयोग होता है और उसके निरंतर प्रयोग से बांध को क्षति होती है ।
अप्रैल 2015 में बेतवा रिवर बोर्ड द्वारा निर्णय लिया गया था की इसका लोकार्पण तत्काल होगा लेकिन राजघाट बाँध को बनकर 16 साल हो गए पर अभी तक लोकार्पण का कार्य नहीं हो पाया इस परियोजना को जल्द से जल्द लोकार्पण किया जाए और इस परियोजना का लाभ बुंदेलखंड की जनता को मिलेगा जिनकी मांग है की इस बांध का नाम वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई परियोजना रखी जाए क्योंकि ये एक राष्ट्रीय धरोहर है और इसके विकास और निरंतर रखरखाव से प्रदेश के हर वर्ग को लाभ पहुंचेगा और यह बांध पर्यटन नगरी चंदेरी के निकट स्थित है इसलिए पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर सर्जित होंगे और मेरे लोक सभा गुना की प्रगति को बल मिलेगा।