दुष्कर्म के बाद नरक बनी जिंदगी: दरिंदगी के बाद जना बच्चा, शादी हुई तो पति ने छोड़ा, बेटे ने दिलाया न्याय

सदर बाजार क्षेत्र में 13 वर्षीय किशोरी 1994 में अपने बहन-बहनोई के साथ रहती थी। उससे दो सगे भाइयों ने दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म से उसके गर्भ ठहर गया। परिवार के सामने यह बात आई तो परिजन आरोपियों के घर पहुंचे। आरोप है कि दोनों ने धमकाकर उन्हें भगा दिया। किशोरी की उम्र कम होने के चलते डॉक्टर ने भी गर्भपात से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने बच्चे को जन्म दिया।


शाहजहांपुर में थाना सदर बाजार पुलिस ने मंगलवार रात दुष्कर्म के आरोपी मोहम्मद नकी उर्फ ब्लेडी को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। वह अहमदाबाद से वापस घर लौट रहा था। दुष्कर्म के आरोपी ट्रक चालक को पकड़ने के लिए पिछले दस दिनों से पुलिस प्रयास कर रही थी। इससे पहले 31 जुलाई की रात को उसके छोटा भाई मोहम्मद रजी उर्फ गुड्डू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।



सदर बाजार क्षेत्र में 13 वर्षीय किशोरी 1994 में अपने बहन-बहनोई के साथ रहती थी। उससे दो सगे भाइयों ने दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म से उसके गर्भ ठहर गया। परिवार के सामने यह बात आई तो परिजन ब्लेडी और गुड्डू के घर के घर पहुंचे। आरोप है कि दोनों ने धमकाकर भगा दिया। किशोरी की उम्र कम होने के चलते डॉक्टर ने भी गर्भपात से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने बच्चे को जन्म दिया। बच्चे को रिश्तेदार को देकर किशोरी की बाद में शादी कर दी गई। उसके पति को अतीत के बारे में पता लगने पर उसने तलाक दे दिया। इसके बाद महिला लखनऊ में रहने लगी। रिश्तेदार के घर में पल रहा बच्चा बड़ा होकर अपनी मां के पास पहुंच गया।

बेटे से हौसला पाकर मां ने पांच मार्च 2021 में सदर थाने में केस दर्ज कराया। लखनऊ की महिला की गुजारिश पर बेटे का डीएनए टेस्ट कराया गया, जो मोहम्मद नकी उर्फ ब्लेडी से मैच हो गया था। पुलिस ने 31 जुलाई की रात को ईदगाह रोड से आरोपी मोहम्मद रजी उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद मुख्य आरोपी मोहम्मद नकी उर्फ ब्लेडी की तलाश शुरू की। एसपी एस. आनंद ने दो टीमोंं को ब्लेडी की तलाश के लिए भेजा था। ट्रक चालक होने के कारण उसकी लोकेशन बराबर बदल रही थी। मंगलवार रात डेढ़ बजे सदर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी मोहम्मद नकी उर्फ ब्लेडी निवासी महमंद जलालनगर, वर्तमान पता मामूड़ी थाना सदर बाजार को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।

25 हजार का पुलिस ने घोषित किया था इनाम
28 साल पहले किशोरी से दुष्कर्म करने के आरोपी मोहम्मद नकी उर्फ ब्लेड लगातार भागा चल रहा था। पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

डीएनए टेस्ट होने पर सच्चाई सामने आने की न थी उम्मीद
पुलिस पूछताछ में आरोपी मोहम्मद नकी उर्फ ब्लेडी ने कई राज खोले हैं। उसने बताया कि घटना के इतने वर्ष बाद डीएनए टेस्ट होने से सच्चाई सामने आने की उम्मीद नहीं थी। पुलिस के सामने सिर झुकाए खड़ा ब्लेडी बोला कि बच्चे के पैदा होने की जानकारी उसे मिली थी। उसे भरोसा नहीं था कि जो गुनाह उसने वर्षों पहले किया था, उसकी सजा अब मिलेगी।

अहमदाबाद में रहने लगा था आरोपी
डीएनए टेस्ट मैच होने के बाद आरोपियों ने अपना ठिकाना बदल दिया था। शुरुआती दिन में यहां रहने वाले ब्लेडी और उसके भाई गुड्डू ने केस दर्ज होने के बाद अहमदाबाद चले गए। दोनों ही ट्रक चलाते थे। उनका यहां भी आना-जाना रहता था। ब्लेडी के चार बच्चे हैं।

केस करने का निर्णय बहुत पहले लेना चाहिए था
दुष्कर्म पीड़िता ने वर्षों घुटन भरी जिंदगी को जिया है। वह आरोपियों को सजा दिलाना चाहती थी, लेकिन अकेले होने के कारण कोई कदम नहीं उठा पा रही थी। पीड़िता ने बताया कि उसने आरोपियों को सजा दिलाने के लिए निर्णय काफी देर से लिया। उसे पहले ही फैसला लेना चाहिए था। जितनी सजा हमें मिली, उससे ज्यादा आरोपियों को मिले। बोली-शाहजहांपुर का नाम सामने आने से डर लगता था। जिले में आने की बात सामने आने पर दहशत के चलते गश खाकर गिर जाने वाले हालत बन जाते थे। जिले के बहुत से परिचितों ने सहारा दिया। बेटे के हौसले से इतना बड़ा निर्णय ले सकी। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पर पीड़िता ने खुशी जताई है।

वर्ष 1994 में हुए दुष्कर्म के आरोप का मुकदमा सदर थाने में दर्ज किया गया था। केस के दो आरोपी थे। गुड्डू को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। डीएनए मैच होने वाले मुख्य आरोपी मोहम्मद रजी उर्फ ब्लेडी को पुलिस ने दबोच लिया है।

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