रजिस्टार विभाग कोलारस जहां नवरात्रि के साथ 26 सितम्बर से रजिस्ट्रीओं का काम बड़ गया उसके साथ ही रजिस्टार विभाग के द्वारा क्रेता से होने वाली काली कमाई भी एकाएक बड़ना प्रारम्भ हो गई हम आपको कुछ इस प्रकार समझाते है कि रजिस्टार विभाग किस प्रकार बसूलता है क्रेता से अपना अवैध हिस्सा यदि किसी जमीन की कीमत उदाहरण के लिये 5 लाख है तो उस क्रेता से काली कमाई के रूप में कमीशन के रूप में 2500/-रू. बसूल किये जायेगे और यदि क्रेता के द्वारा खरीदी गई जमीन में मकान, पेड़, मुख्य हाईवे करीब है अथवा किसी दस्तावेज की कमी है तो उसकी पूर्ति के नाम पर काली कमाई की राषि दो गुनी बसूली जाती है रजिस्टार विभाग अपनी काली कमाई का हिस्सा क्रेता से न लेते हुये रजिस्ट्री कराने वाले व्यक्ति से लेता है जिसका मुख्य कारण लोकायुक्त एवं मीड़िया के स्टिंग ऑपरेशन से बच कर काली कमाई जारी रखी जा सके कोलारस के रजिस्टार विभाग में ऐसे एक नहीं अनेक उदाहरण देखने को मिल जायेगे जहां मकान एवं वृक्ष लगे भू-खण्ड को खाली भू-खण्ड का फोटो लगाकर रजिस्ट्रीयां की गई बीते एक वर्ष के दौरान इस प्रकार की अनेक रजिस्ट्रीयां इनका उदाहरण है जिनमें मकान, वृक्ष एवं मैन हाईवे की जगह पर्सनल रास्ता दिखाकर कमीशन की राशि दो गुनी कर रजिस्ट्रीयां कराई गई यदि संबंधित विभाग इस संबंध में जांच या कार्यवाही करना चाहे तो हम कमीशन खोरी के वीड़ियों रिकॉडिंग से लेकर ऐसी अनेक रजिस्ट्रीओं के उदाहरण पेष कर सकते है जिन्हें कमीषन लेकर रजिस्टार विभाग ने शासन का राजस्व चोरी कर काली कमाई दो गुनी तक की सूत्र बताते है कि प्रतिदिन होने वाली रजिस्ट्रीओं से 50 हजार से लेकर 1 लाख तक की काली कमाई कमीशन खोरी से लेकर रजिस्ट्रीओं में कमी निकालकर या मुख्य विन्दु छिपाकर रजिस्ट्रीयां की जाती है जिससे महिने की काली कमाई 10-20 लाख तक होने की जानकारी सूत्र बताते है जिसका हिस्सा संबंधित अधिकारियों तक 50 प्रतिशत तक बटने के कारण इन्हें कार्यवाही एवं स्थानांतरण की जगह लम्बे समय तक एक ही स्थान पर जमे रहने का अभय मिला रहता है।
नवरात्रि के साथ रजिस्टार विभाग के काले कमाई की दुकान प्रारम्भ, महीने में 10-20 का होता है बटवारा - Kolaras
कोलारस - 26 सितम्बर नवरात्रि के साथ जैसे ही जमीनों के क्रय-विक्रय का कार्य प्रगति से प्रारम्भ हुआ बैसे ही रजिस्टार विभाग की काले कमाई की दुकान पर आवक कई गुना बड़ गई प्लॉट से लेकर कृषि एवं व्यवसायिक जमीन के वैध क्रय-विक्रय के लिये शासन द्वारा पंजीकरण कार्यालय जिसे हम रजिस्टार विभाग के नाम से जानते है इस विभाग में क्रेता को किस तरह परेेेशान किया जाता है इसके एक नहीं अनेक उदाहरण कोलारस के रजिस्टार विभाग में देखने को मिल जायेंगे।
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