कमीशन खोरी पंचायतों में कोई नई बात नहीं है किसी भी पंचायत में किये गये कार्यों का मिलान रिकॉर्ड के अनुसार कर लिया जाये तो कमीशन खोरी की कहानी स्वयं सामने आ जायेगी कि किस प्रकार सचिव से लेकर अन्य लोग पंचायतों के विकास एवं मूल भूत सुविधाओं के लिये आने वाली राशि से स्वयं के आलीशन मकान एवं लग्जरी कारें खरीदकर पंचायतों के विकास की जगह बंटाधार कर रहे है कोलारस परगने के बदरवास जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत इंदार में सचिव द्वारा कुटीर की किस्त डालने के नाम पर कमीशन खोरी का वीडियों तो एक उदाहरण मात्र में यदि विरोधी एवं मीड़िया सच्चाई जानने पीछे लग जाये तो ऐसे एक नहीं हजारों उदाहरण और लाखों की कमीशन खोरी का खुलाशा हो सकता है जब भी कोई ग्रामीण या मीड़िया का साथी आरटीआई का आवेदन देता है तो उस पर ब्लैक मेल करने तथा जानकारी न देने का प्रयास इस लिये किया जाता है कि कहीं सच्चाई सबके सामने न आ जाये यदि पंचायतों में सही कार्य होते तो सरपंच चुनावों में लाखों करोड़ो खर्च कर चुनाव नहीं लड़ते सरपंच एवं सचिव तो पंचायतों में बदनाम है जबकि 50 प्रतिशत कमीशन खोरी में जनपद से लेकर जिले तक कमीशन का बटवारा होता है उसी का उदाहरण है कि जब भी 05 वर्ष या उससे कम की आरटीआई की तहत जानकारी मांगी जाती है तो जानकारी पंचायतों द्वारा नहीं दी जाती।
इंदार सचिव का वीड़ियों वायरल होने के बाद जनपद ने जारी किया नोटिस
प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त डालने ग्राम पंचायत इंदार जनपद बदरवास के सचिव शंकर सिंह चौहान ने ली हितग्राही से दो हजार रुपए की रिश्वत वीडियो में सीना ठोक कर कबूली रिश्वत लेने की बात क्या जिले के आला अधिकारी इस पंचायत सचिव के खिलाफ करेंगे कोई कार्यवाही हितग्राही का नाम कंचन जाटव निवासी इंदार सचिव के सामने ही हितग्राही ने कहा दो हजार रुपए दिऐ सचिव शंकर सिंह चौहान चश्मा लगाकर कुर्सी पर बैठा हुआ है और रिश्वत लेने की बात कबूल कर रहा है साथ ही एक दो दिन में किस्त डलवाने का आश्वासन भी हितग्राही को दे रहा है ग्राम पंचायत इंदार के सचिव द्वारा कमीशन का वीड़ियों वायरल होने के बाद जनपद पंचायत द्वारा कारण बताओं नोटिष जारी किया गया है यदि कमीशन खोरी की जांच ईमानदारी से हो जाये तो इस काले कारोबार में शायद ही कोई बच पायेगा।