सोमवार को घटस्थापना के साथ नवरात्रि महोत्सव प्रारम्भ होगा मां जगदम्बा के 09 रूपों की नवरात्रि में पूजा का विधान है नवरात्रि में माता के अनुष्ठान करने से मां जगदम्बा प्रसन्न होती है नवरात्रि में बिना महुर्त के भी लोग नवीन कार्य प्रारम्भ करते है नवरात्रि के साथ 05 दिवसीय दीप उत्सव पर्व की तैयारियां प्रारम्भ हो जाती है नवरात्रि के साथ वर्षा ऋतु की समाप्ति एवं शरद ऋतु का आगमन प्रारम्भ हो जाता है और देव उठान तक सर्दी का असर दिखने लगता है नवरात्रि मां जगदम्बा को प्रसन्न करने के साथ - साथ मनों कामना पूर्ण करने तथा ऋतु परिवर्तन का समय माना गया है इन दिनों में प्रारम्भ किये गये नवीन कार्य शुभ फल दायक माने जाते है।
नवरात्रि में माता के पूजन एवं घटस्थापना को इस प्रकार करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है:-
आश्विन घटस्थापना सोमवार, सितम्बर 26, 2022 को की जाएगी घटस्थापना मुहूर्त - 06ः11 एएम से 07ः51 एएम तक रहेगा इसकी अवधि - 01 घण्टा 40 मिनट तक रहेगी घटस्थापना अभिजित मुहूर्त - 11ः48 एएम से 12ः36 पी एम तक रहेगा अवधि - 00 घण्टे 48 मिनट तक।
ब्रह्म मुहूर्त- 04ः36 एएम से 05ः23 एएम, अभिजित मुहूर्त- 11ः48 एएम से 12ः36 पीएम, विजय मुहूर्त- 02ः13 पीएम से 03ः01 पीएम, गोधूलि मुहूर्त- 06ः01 पीएम से 06ः25 पीएम, अमृत काल 12ः11 एएम, सितम्बर 27 से 01ः49 एएम।
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