कोलारस - गुना लोकसभा क्षेत्र के सांसद केपी यादव द्वारा 25 फरवरी को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कोलारस क्षेत्र के लोगो ट्रेन स्टाॅपेज के मामले में बड़ी खुशखबरी दी थी कि कोरोना काल से पूर्व की तरह कोलारस में पांच एक्सप्रेस ट्रेने स्टाॅपेज होंगी सांसद द्वारा उक्त ट्रेनों के नाम एवं क्रमांक के साथ पोस्ट साझा की थी सांसद पोस्ट के बाद कोलारस विधानसभा मुख्यालय पर पांच ट्रेनों के स्थान पर मात्र एक ट्रेन भोपाल इन्टरसिटी एक्सप्रेस रूक रही है अभी भी कोलारस के लोग आधा दर्जन ट्रेनों में सफर की जगह स्टेशन पर घूम कर उनकी हवा खा रहे है।
कितना बदनसीव है कोलारस विधानसभा मुख्यालय जहां आजादी के 75 वर्ष बाद बसे है तो बस स्टैंड नहीं, स्टेशन है तो स्टाॅपेज नहीं इसे हम क्या कहेंगे जनता की लाचारी या नेताओं की कमजोर पकड़ कुछ भी हो विधानसभा मुख्यालय से लगे एक सैंकड़ा गांवों के लोग बसों में रोड़ पर खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर है और हमारे क्षेत्र के नेता घोषणा करके भूल जाते है कि जनता के सामने आने वाले चुनावों में हमें पहुंचना है स्थिति जो भी हो कोलारस विधानसभा मुख्यालय की स्थिति बसों से लेकर रेल्वे के मामले में ग्राम रूठयाई, ग्राम म्याना, तहसील मुगांवली, तहसील डवरा से भी बदत्तर स्थिति में है।
क्षेत्रीय सांसद द्वारा इन ट्रेनों के स्टाॅपेज की, की गई थी घोषणा जबकि स्टाॅपेज हुआ मात्र एक का
इनमें रतलाम-ग्वालियर एक्सप्रेस, इन्दौर-देहरादून एक्सप्रेस, कोटा-इटावा एक्सप्रेस, रतलाम-भिंड एक्सप्रेस के अलावा एक मात्र भोपाल-ग्वालियर इन्टरसिटी का स्टाॅपेज कोलारस स्टेशन पर प्रारम्भ हुआ है जबकि पैसिंजर ट्रेन एवं कोटा-इटावा ट्रेन पूर्व से ही कोलारस में रूक रही है।
रेल्वे विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि हमें भी पांच ट्रेनों के स्टाॅपेज की जानकारी प्राप्त हुई थी किन्तु इस संबंध में रेल्वे द्वारा कोलारस में बदरवास की तरह एक मात्र ट्रेन भोपाल-ग्वालियर इन्टरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन रोकने की अनुमति दी है यदि उक्त ट्रेन में कोलारस से पर्याप्त सबारी मिलती है तो अन्य ट्रेनों के स्टाॅपेज हो पायेंगे कोलारस से ज्यादा ट्रेने कोलारस की तहसील बदरवास एवं ग्राम म्याना में रूक रही है यह कोलारस क्षेत्र से लेकर जनप्रतिनिधियों के लिये चुनौती के समान है।
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