गौशाला संचालक होते मालामाल - भाजपा शासन में गौमाता भूख प्यास एवं ठंड से तोड़ती दम, गायों का चारा खाने वाले संचालकों पर लालू यादव की तरह मामला दर्ज होना अनिवार्य - Kolaras



कोलारस - कोलारस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कोलारस एवं बदरवास जनपद पंचायत में गायों के रूकने एवं भोजन के लिये प्रदेश सरकार द्वारा गौशालाओं निर्माण कराया गया और उसी क्रम में कोलारस एवं बदरवास में क्रमश: 18-19 के करीब गौशालाओं का संचालन वर्तमान में जारी है जिसमें प्रत्येक गौशाला में एरिया के अनुसार गायों की संख्या निर्धारित की गई है कोलारस विधानसभा क्षेत्र में संचालित गौशालाओं में 100 से लेकर 400 गायों को रखा जा रहा है जिनमें प्रदेश सरकार एक गाय को चारा एवं पानी की व्यवस्था के लिये 40रू. प्रति गाय के अनुपात में राशि गौशालाओं को उपलब्ध करा रही है।



गौशालाओं में गायों की संख्या कही संख्या के अनुपात में कही 25 प्रतिशत तो कही 50 प्रतिशत मौजूद है किन्तु भुगतान 100 प्रतिशत के हिसाब से निकाला जा रहा है एक अनुपात में यदि किसी गौशाला में 100 गाय मौजूद है तो उस गौशाला में शासन 1 लाख 20 हजार रूपये राशि उपलब्ध कराई जा रही है एक गाय को भोजन के लिये 40रू. प्रतिदिन के हिसाब से एक माह में 1200रू. दिये जा रहे है जबकि गौशालाओं में गायों की संख्या एवं भोजन की व्यवस्था देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक गौशाला संचालक 50 हजार से लेकर अधिक संख्या वाली गौशालाओं में 2 लाख रूपया प्रतिमाह तक बचत कर रहा है परिणाम स्वरूप गाय भूख प्यास एवं ठंड के कारण दम तोड रही है हमारे क्षेत्रीय विधायक एवं एसडीएम से लेकर तहसीलदारों को सूर्य उदय से पूर्व गौशालाओं में जाकर निरीक्षण करना चाहिये जिससे गायों की संख्या एवं उन्हें दिये जाने वाले चारे की सही जानकारी के साथ - साथ गौशाला संचालक किस हिसाब से कार्य कर रहे है उसकी जानकरी ठीक लगेगी और गायों के नाम पर चारा के रूप में राशि यानि की लाखों की घोटाला करने वाले संचालकों पर जब तक लालू यादव पूर्व मुख्यमंत्री बिहार की तरह एफआईआर या गौ माता का चारा खाने वाले संचालकों के यहां जब तक कोई बड़ी घटना नहीं होगी तब तक गायों का चारा खाने वाले गौशाला संचालक सुधरने वाले नहीं है इसके लिये इमानदारी के साथ जनप्रतिनिधियों एवं राजस्व अधिकारियों को विना भेदभाव के सामने आने की आवश्‍यकता है तभी गौ माता को न्याय मिल सकेगा।


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

संपर्क फ़ॉर्म