कोलारस - कोलारस नगर में बीते दिनों पट्टों के नाम पर हुये महा घोटाले के विरोध में शुक्रवार को जन आक्रोश एसडीएम कार्यालय तक जा पहुंचा लोगो ने खुलेआम नारे वाजी करते हुये शासकीय कर्मचारियों के साथ - साथ धन्ना सेठो को पट्टे बेचने तक का आरोप लगाया शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचा जन आक्रोश में करीब दो सैंकड़ा से भी अधिक लोग शामिल थे जिनमें अधिकांश वार्ड क्र. 01, 02 एवं 03 के लोग शामिल थे जिनके नाम पात्र होने के बाद भी सूची में शामिल नहीं किये गये बल्कि सर्वे दल ने घर बैठकर सर्वे करते हुये स्वयं के परिवार एवं पैसे लेकर अपात्रों के नाम 69 लोगो की सूची में शामिल कर लिये जिसके विरोध में शुक्रवार को कोलारस नगर के इतिहास में पहली बार इतना बड़ा विषाल जन समूह प्रशासन के विरोध में खुलेआम नारे वाजी करते हुये गरीब वेरोजगारों के नाम पर धन्ना सेठों को पट्टे बेचने के आरोप लगाते हुये दिखाई दिये।
7 करोड़ कीमत की शासकीय भूमि गरीबों के नाम पर धन्ना सेठों को पट्टों के रूप में वेचने का आरोप
कोलारस नगर में गरीबों के लिये शासन की योजना के तहत वेसहारा, भूमि हीन लोगो को आवास के लिये मध्यप्रदेश शासन की योजना के तहत आवास निर्माण हेतु भू-खण्ड के पट्टे देने का आदेश दिया गया किन्तु शासन के आदेश को दरकिनार करते हुये सर्वे दल में शामिल कर्मचारियों ने नगर में सर्वे करने की जगह घर बैठकर स्वयं के परिवार, रिस्तेदारों, मिलने वालों, नगदी देने वालों जैसे 69 नामों की सिफारिस पट्टे आवंटित करने की सूची जारी कर पोर्टल पर दर्ज कर दी सूची चस्पा न होने से आपत्ति प्राप्त न हो सके इसका भी पूरा - पूरा ध्यान पट्टे बेचने वाली कमेटी ने रखा और कोलारस नगर में बेशकीमती करीब 7 करोड़ से भी अधिक कीमत की शासकीय भूमि पर पट्टे करने की सूची शासन को भेज दी देखने वाली बात यह है कि कर्मचारियों के परिजनों सहित धन्ना सेठों को पट्टे के सर्वे दल ने सूची में स्थान दिया जिसमें करीब 20 लोगो को छोड़ दिया जाये तो बांकी अन्य ऐसे लोग है जिनके पास पूर्व में लाखों की सम्पत्ति मौजूद है आखिर ऐसे लोगो को पट्टे की सूची में पात्र बताना खुलेआम लेन देन के आरोप को उजागर करता है यदि पट्टो की फाईनल सूची जारी करने से पूर्व अपात्रों के नाम सूची से नहीं हटाये गये और पात्रों के नाम नहीं जोड़े गये तो उक्त शासकीय करोड़ों की जमीन बेचने के मामले में माननीय हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर सर्वे दल से लेकर अपात्रों पर कार्यवाही अवश्य होना तय है।