शिवपुरी - शिवपुरी जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान मायापुर थाना क्षेत्र से आई एक महिला सिया बाई परिहार की अचानक तबीयत बिगड़ गई। सूचना मिलते ही जिला अस्पताल की मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और महिला को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
जनसुनवाई में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से कई गंभीर शिकायतें सामने आईं। ग्राम पंचायत सुहारा के ग्रामीणों ने करीब 15 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सचिव, सरपंच और संबंधित इंजीनियर ने सीसी रोड, मनोरंजन कक्ष और गौचर भूमि के नाम पर फर्जी बिल लगाकर राशि निकाल ली, जबकि जमीन पर कोई काम नहीं हुआ। इसके अलावा फर्नीचर खरीद के नाम पर भी भुगतान दिखाया गया, लेकिन पंचायत में फर्नीचर मौजूद नहीं है।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी उन्हें पूरी नहीं दी गई। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरपंच, सचिव और इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाए और निकाली गई राशि की वसूली की जाए।
जनसुनवाई में एक अन्य शिकायत ग्राम मेहदावली से आई, जहां शासकीय भूमि पर बनी तलैया पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया गया। शिकायत के अनुसार, वर्तमान सरपंच के परिजनों ने तलैया पर कब्जा कर मोटर लगाकर निजी खेती की सिंचाई शुरू कर दी है और मवेशियों को पानी पीने से रोका जा रहा है। विरोध करने पर गाली-गलौज और मारपीट की धमकी देने की बात भी कही गई है।
इसके अलावा कोलारस तहसील के ग्राम खौकर निवासी बद्री कुशवाह ने भूमि से जुड़ी शिकायत दर्ज कराई
उन्होंने बताया कि उनकी जमीन का केवल 0.50 हेक्टेयर हिस्सा ही बेचा गया था, लेकिन नामांतरण में गलती से 1.02 हेक्टेयर जमीन खरीदार के नाम दर्ज कर दी गई। इस गलती का पता तब चला जब वे कृषि विभाग में खाद लेने पहुंचे। सुधार के लिए तहसील स्तर पर आवेदन देने के बावजूद कार्रवाई न होने पर उन्होंने कलेक्टर और एसपी कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
Tags
Shivpuri